नई दिल्ली: 29 अक्टूबर की सुबह 8 बजे दिल्ली के बवाना इलाके में एक महिला टीचर की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. टीचर उस समय स्कूल जा रही थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और जांच में एक ऐसी कहानी सामने आई है जिसने सभी को सकते में डाल दिया. दिल्ली में दिनदहाड़े में हुई टीचर की हत्या के मामले से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी. मामला दर्ज करने के बाद पुलिस को जांच में क़त्ल का कोई सुराग नही मिल रहा था. पुलिस के पास हत्या का कोई चश्मदीद भी नहीं था. शुरू में तो पुलिस लोगों से पूछताछ करती रही लेकिन जब एक डायरी पुलिस के हाथ लगी तो हत्या के इस सनसनीखेज केस से पर्दा धीरे-धीरे उठने लगा.


डायरी से हुआ खुलासा
पुलिस जब महिला टीचर के घर पहुंची तो वहां से टीचर की डायरी मिली. 10 पन्नों की इस डायरी में महिला टीचर ने अपने ऊपर बीती हुई कहानी लिखी हुई थी. इस डायरी के बारे में सिर्फ सुनीता की बेटी को ही पता था.


डायरी में लिखा था, वो लड़की बहुत गंदी है, मुझे परेशान कर दिया है, मेरी लाइफ बर्बाद कर दी है, मेरा पति भी मेरी नही सुनता है, ज़िन्दगी से अब मन भरता जा रहा है. मेरा पति उस लड़की के कारण मुझे तलाक देने की बात कर रहा है. आज तो उसने ये तक कह दिया कि तेरा क़त्ल कर दूंगा. समझ नही आ रहा है कि क्या करूं. इस डायरी को कोई ना पढ़े.


इसी डायरी से पुलिस को इस केस को वर्कआउट करने में लीड मिली क्योंकि वो डायरी टीचर के पति मंजीत की तरफ इशारा कर रही थी. इतना ही नहीं टीचर के घरवालों ने भी पुलिस को ये बताया कि सुनीता और मंजीत का अक्सर झगड़ा होता रहता था. झगड़े की वजह थी एंजल नाम की एक मॉडल.


इसके बाद पुलिस ने टीचर के पति मंजीत की कॉल डिटेल्स निकाल कर उसकी तफ्तीश शुरू की. कॉल डिटेल्स से पुलिस को एंजल गुप्ता के बारे में पता चला और जब दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया.


पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो पता चला कि मंजीत ने 1 महीने पहले ही हत्या की प्लानिंग शुरू कर दी थी. मंजीत दिल्ली के आर के पुरम इलाके में एंजेल गुप्ता के घर पर ही रहता था. दरअसल, मंजीत की पत्नी टीचर सुनीता दोनों की रिलेशनशिप के बारे ने जानती थी और ये बात उसने अपने घर वालों को भी बताई थी. उसके घर वाले पहुंचे और मंजीत को खूब खरी खोटी सुनाई. बस इसी बात से खफा होकर मंजीत ने एंजेल और उसके मुंह बोले पिता के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची.


इतने लाख में दी गई हत्या की सुपारी
एंजल के पिता ने अपने ड्राइवर दीपक को इस काम मे लगा दिया. ड्राइवर ने अपने एक साथी के साथ मिलकर मेरठ में दो कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को हायर किया. पहले सौदा 18 लाख में तय हुआ उसके बाद बात 10 लाख में बनी. एडवांस में ढाई लाख रुपये की सुपारी टीचर की हत्या के लिए दे दी गई और ये तय हुआ कि बाकी की रकम बाद में दी जायेगी.


टीचर के पति मंजीत ने सबके साथ मिलकर पहले पूरे इलाके की रेकी की. रेकी में मंजीत, एंजल गुप्ता उसका पिता राजीव गुप्ता, राजीव गुप्ता का ड्राइवर दीपक शामिल था. टीचर जिस रास्ते से स्कूल जाती थी उस पूरे रास्ते को देखा गया. पहले क़त्ल की प्लानिंग 25 तारीख की गई थी लेकिन उस दिन किसी वजह से हत्या नहीं हो पाई और उसके बाद 29 अक्टूबर का दिन टीचर के कत्ल के लिए मुकर्रर कर दिया.


टीचर जब घर से निकली तो टीचर के पति मंजीत ने एंजल के पिता राजीव गुप्ता को मिस कॉल की. वो घर से कुछ ही दूरी पर अपनी डस्टर कार में खड़ा था. राजीव ने अपने ड्राइवर दीपक को मिस कॉल की वो अपने एक साथी के साथ दूसरी गाड़ी में था. दीपक ने आगे कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को मिस कॉल की और वो अलर्ट हो गए. जैसे ही टीचर सड़क पर आई दोनों शूटर्स ने उसको गोली मार दी.


इसके बाद वो किलर्स वहां से फरार हो गए. राजीव ड्राइवर और उसका साथी राजीव के घर आर के पुरम पहुंचे और वहां पर एंजल के पिता ने उन्हें पेमेंट की इसके बाद वो भी चले गए. क़त्ल के बाद मंजीत के फ़ोन पर स्कूल से फ़ोन आया और स्कूल वालों ने बताया कि टीचर सुनीता स्कूल नहीं पहुंची है. मंजीत ने कहा कि वो घर से तो बहुत देर पहले ही निकल चुकी है जबकि वो सब कुछ जानता था.


थोड़ी देर बाद पुलिस ने मंजीत को फ़ोन करके बताया कि सुनीता का एक्सीडेंट हो गया है. मंजीत अस्पताल पहुंचा और वहां रोने का नाटक करने लगा लेकिन ये नाटक ज्यादा दिन नहीं चला.


पुलिस की माने तो मंजीत और एंजल की मुलाकात 6 साल पहले दिल्ली के नेहरू प्लेस इलाके के एक बार वन स्टैंड में हुई थी. उसके बाद गुरुग्राम के एक बार में मुलाकात के बाद मुलाकातों का सिलसिला बढ़ता चला गया. इसके बाद मंजीत एंजल के साथ ही रहने लगा. मंजीत अक्सर एंजल के साथ मुम्बई भी जाता था.


ये भी थी हत्या की एक वजह
जांच में सामने आया है कि एंजल हर साल करवाचौथ व्रत मंजीत के लिए रखती थी और इस बार भी वो करवाचौथ का व्रत रखना चाहती थी. लेकिन मंजीत ने कहा कि इस बार वो करवाचौथ घर पर ही मनाएगा. इसके बाद एंजल ने मंजीत पर दवाब बनाना शुरू कर दिया. ये भी एक वजह थी कि मंजीत जल्दी से जल्दी अपनी पत्नी को रास्ते से हटाना चाहता था.


पुलिस के मुताबिक हत्या की वारदात को अंजाम देने से पहले एंजल और मंजीत ने 1 महीने पहले दो नए आई फ़ोन और दो नए सिम कार्ड खरीदे थे. एंजल करीब 6 साल पहले इस इंडस्ट्री में आयी थी. उसने अपनी पढ़ाई सुब्रतो पार्क के आर्मी स्कूल से की थी. 27 साल की एंजल ने थोड़े ही समय में ऊंचाई के कई मुकाम हासिल कर लिए थे. वो इंडिया फैशन वीक के कवर पेज पर 2015 में आई, लमोड मैग्जीन के कवर पेज पर 2017 आई, इनके बाद लाइटन मैग्जीन के कवर पेज पर आई और बांगर सीमेंट की ऐड की.


अगर बात करे एंजल के पिता राजीव गुप्ता की तो वो एक बड़ा बिजनेस मैन है. राजीव गुप्ता का होटल है मोजो साउथ एक्स में, कैमिकल फैक्टरी फरीदाबाद में है. उसका मसाला ट्रेडिंग का काम भी है और ये सभी काम उसने एंजल के नाम से किया हुआ है. एंजल जब 1 साल की थी तब इसके पिता की मौत हो गई थी, तभी से राजीव गुप्ता एंजल को अपनी बेटी मानने लगा. पुलिस ने इस मामले में अभी तक 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और 3 का अभी पकड़े जाना बाकी है.


यह भी देखें