नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने क्राइम ब्रांच से बुधवार को कहा कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के गुमशुदा छात्र नजीब अहमद की तलाश में वह खोजी कुत्तों की मदद से विश्वविद्यालय परिसर का कोना-कोना छान मारे. जस्टिस जी.एस.सिस्तानी और जस्टिस विनोद गोयल की पीठ ने पुलिस से कहा कि वह नजीब अहमद की तलाश के लिए विश्वविद्यालय परिसर की कक्षाओं, छात्रावासों सहित समस्त परिसर को छान मारे.
कोर्ट नजीब अहमद की मां फातिमा नफीस की हैवियस कॉर्पस याचिका पर सुनवाई कर रहा है, जिसमें उन्होंने अपने बेटे को पुलिस से कोर्ट और दिल्ली सरकार के समक्ष पेश करने की मांग की है. जेएनयू में बायो टेक्नोलॉजी का छात्र नजीब (27) बीते 14-15 अक्टूबर की रात से ही लापता है. लापता होने से पहले उसका अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों के साथ कथित तौर पर झगड़ा हुआ था.
वहीं एबीवीपी ने नजीब के लापता होने में अपनी किसी भी भूमिका से इनकार किया है. पुलिस ने कोर्ट से कहा कि गुमशुदा अहमद का पता लगाने के लिए उन चार छात्रों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराया जाएगा, जिनपर नजीब को पीटने का संदेह है. न्यायालय ने इससे पहले कहा था कि जेएनयू के लापता छात्र का पता लगाने में नाकाम होना पीड़ादायक है और कहा कि वह चाहता है कि उसकी मां को उसका बेटा वापस मिले.
न्यायालय ने मामले की सुनवाई के लिए 22 दिसम्बर की तारीख तय की है.