Attack on Indian-origin Sikh Student: कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत टोरंटो में हुए नस्लीय हमले में भारतीय मूल के सिख छात्र की कुछ अज्ञात लोगों ने पिटाई कर दी. आरोपियों ने छात्र की पगड़ी उतार दी और उसे बालों से खींचते हुए सड़क के किनारे ले गए. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पीड़ित छात्र का नाम गगनदीप सिंह है और उसकी उम्र 21 साल है. सीटीवी की खबर के अनुसार, गगनदीप सिंह पर शुक्रवार की रात उस समय हमला किया गया, जब वह सामान खरीद कर अपने घर लौट रहा था.
12-15 युवकों ने गगनदीप को किया था परेशान
काउंसलर मोहिनी सिंह ने बताया कि उन्हें हमले के तुरंत बाद ही इसकी जानकारी मिली और वह गगनदीप से मिलने पहुंचीं. उन्होंने कहा कि मैं उसे देखकर हैरान रह गई. वह अपना मुंह भी नहीं खोल पा रहा था. मोहिनी सिंह ने बताया कि गगनदीप की आंखें सूजी हुई थीं और वह काफी दर्द में था.
काउंसलर ने बताया कि गगनदीप रात करीब साढ़े 10 बजे किराने की खरीदारी के बाद घर जा रहा था, तभी बस में उसका 12-15 युवकों से सामना हुआ. वे उसे परेशान करने लगे और उसकी ओर एक ‘विग’ फेंक दी. छात्र गगनदीप ने उनसे कहा कि उसे परेशान न करें नहीं तो वह पुलिस को फोन कर देगा. हालांकि, वे रुके नहीं और उसे परेशान करते रहे.
मुंह, पेट, हाथ और पैरों पर किया वार
काउंसलर ने बताया कि इसके बाद छात्र गगनदीप बस से उतर गया. वे भी उसके पीछे-पीछे उतर गए और बस के जाने का इंतजार करने लगे. इसके बाद उन्होंने उस पर हमला कर दिया. उसके मुंह, पेट, हाथ और पैरों पर वार किया गया. उसकी पगड़ी उतार दी और उसे बालों से खींचकर सड़क किनारे गंदी बर्फ पर फेंक दिया.
हमलावर उसकी पगड़ी अपने साथ ले गए. गगनदीप ने होश में आने के बाद अपने एक दोस्त को फोन किया. मोहिनी सिंह ने कहा कि गगनदीप के दोस्त और अंतरराष्ट्रीय साथी छात्र हमले से काफी परेशान और डरे हुए हैं. बस स्टॉप पर रविवार को एक बैठक की गई जिसमें उन्होंने एक-दूसरे से अपनी सुरक्षा से जुड़े मुद्दे साझा किए.
सिख और भारतीय होना हमले की वजह
काउंसलर मोहिनी सिंह ने बताया कि गगनदीप का सिख और भारतीय होना यकीनन उस पर हमले की वजह था. कलोना रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने एक बयान में मामले की जांच करने की पुष्टि की.