नई दिल्ली: एक तरफ मोदी सरकार डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दे रही है, वहीं दूसरी तरफ भारत के साइबर अधिकारी ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहे हैं. 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक साइबर सुरक्षा चीफ गुलशन राय ने गुरूवार को कहा कि वे शायद ही कभी नेटबैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने डिजिटल ट्रांजैक्शन की गड़बड़ियों से सावधान रहने की तरफ इशारा किया.


गुलशन राय ने कहा, "इस प्रकार के ट्रांजैक्शन में एक दिक्कत है कि अभी तक ये स्पष्ट नहीं है कि डिजिटल मार्केटप्लेस का रेगुलेटर कौन है?." उन्होंने यह भी कहा कि अभी तक हमारे ये सिस्टम नहीं बन पाया है कि ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की शिकायतों का निपटारा कैसे किया जाए. राय ने कहा कि एटीएम और क्रेडिट कार्ड का फ्रॉड बेहद जटिल होता है और इन समस्याओं का हल निकालना भी बेहद मुश्किल है.


राय उपभोक्ता मामले मंत्रालय की तरफ से आयोजित की गई एक कांफ्रेंस में बोल रहे थे. इस दौरान उपभोक्ता मामले मंत्री राम विलास पासवान भी मौजूद थे. साइबर अधिकारी ने कहा, "मेरा बैंक में एक अलग खाता है जिसमें थोड़ी राशि रखी जाती है. अगर मुझे डेबिट कार्ड में ऐसा करना है, तो मैं उस खाते में 25,000 डाल देता हूं और लेनदेन करता हूं ताकि मुझे राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग में न जाना पड़े."