जम्मू: फर्जी सोसाइटी के नाम पर जम्मू कश्मीर को-ऑपरेटिव बैंक से 233 करोड़ का लोन लेने वाले आरोपी को जम्मू-कश्मीर एंटी करप्शन ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया है. गौरतलब है कि फर्जी सोसाइटी को करोड़ों रुपए का लोन देने के बाद रविवार को प्रदेश सरकार ने स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया था.
झेलम को-ऑपरेटिव हाउसिंग कॉलोनी के नाम की फर्जी सोसाइटी दिखाकर जम्मू कश्मीर को-ऑपरेटिव बैंक से 233 करोड़ रुपए का लोन लेने वाले हिलाल अमीर को एंटी करप्शन ब्यूरो ने सोमवार को गिरफ्तार कर उससे लोन की रकम में से 187 करोड़ रुपए भी बरामद किये हैं.
एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि झेलम को-ऑपरेटिव हाउसिंग कॉलोनी के चेयरमैन हिलाल अहमद मीर ने जम्मू कश्मीर को-ऑपरेटिव बैंक के कुछ कर्मियों की मिलीभगत से 223 करोड़ रुपये का लोन लेने की शिकायत मिली थी. इस शिकायत में कहा गया था कि हिलाल मीर ने 300 कनाल जमीन खरीदकर सेटेलाइट कॉलोनी बनाने के लिए कर्ज लिया था, पर जांच में पता चला कि उसकी सोसायटी ही फर्जी थी.
इसके साथ ही जमीन के दस्तावेज भी नकली थे. एंटी करप्शन ब्यूरो की मानें तो जांच में पता चला कि हिलाल ने को-ऑपरेटिव सोसाइटी विभाग के सहकारिता सचिव को एक आवेदन किया था, जिसमें उन्होंने श्रीनगर शहर के बाहरी हिस्से में 300 कनाल जमीन पर एक सेटेलाइट कॉलोनी तैयार करने की बात कही थी. इस कॉलोनी के लिए उसे 300 करोड़ रुपए का कर्ज़ चाहिए.
उसने साथ ही कहा था कि जम्मू-कश्मीर को-ऑपरेटिव बैंक को उसके पक्ष में यह लोन जारी करने के लिए कहा जाये. रजिस्ट्रार ने इस आवेदन को स्वीकारते हुए को-ऑपरेटिव बैंक को इस बारे में सूचित किया था. इस मामले की जांच में पता चला है कि बैंक की श्रीनगर शाखा ने भी लोन देने से पहले औपचारिकताओं को पूरा किए बिना ही 223 करोड़ रुपए का लोन मंजूर कर लिया. एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जांच में पता चला कि सोसायटी फर्जी है और जम्मू-कश्मीर को-ऑपरेटिव सोसाइटी के रजिस्टर के पास का पंजीकरण नहीं है.
आरोपी ने तत्कालीन चेयरमैन मोहम्मद शफी और अन्य अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर सोसाइटी के नाम एक फर्जी पंजीकरण प्रमाण पत्र तैयार किया और 223 करोड़ का कर्ज़ प्राप्त किया. एंटी करप्शन ब्यूरो ने बैंक के तत्कालीन चेयरमैन के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. जांच के दौरान ब्यूरो ने 223 करोड़ रुपए के घोटाले का पूरा पर्दाफाश किया. साथ ही 187 करोड़ रुपए की राशि भी जब्त की है. यह राशि बैंक खाते में है और उसे फ्रीज किया गया है.