चतरा : देशभर में भूचाल मचाने वाले सीबीएसई परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में चतरा पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र लीक करने वाले निजी कोचिंग संचालक व दो शिक्षकों समेत नौ छात्रों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार नाबालिग छात्रों को जहां पुलिस ने बाल सुधार गृह हजारीबाग भेज दिया है वहीं प्रश्न पत्र लीक करने वाले कोचिंग संचालक व दो शिक्षकों को भी जेल भेज दिया है.
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी अखिलेश बी वारियर ने बताया कि शहर के कॉलेज रोड में संचालित स्टडी विजन नामक कोचिंग संस्थान के निदेशक सतीश पांडेय व पंकज सिंह द्वारा छात्रों से मोटी रकम वसूल कर परीक्षा से पूर्व प्रश्न पत्र उनके व्हाट्सऐप पर उपलब्ध कराया गया था. एसपी ने बताया कि संचालक के द्वारा प्रत्येक छात्र पांच सौ से पांच हजार रुपए तक की वसूली की गई थी. उन्होंने बताया कि संचालक के द्वारा बिहार के पटना के दो युवकों से संपर्क कर सोशल मीडिया के माध्यम से प्रश्न पत्र लीक करवाया गया था. जिसके बाद संस्थान के शिक्षक के साथ मिलकर प्रश्न पत्र का जवाब तैयार कर छात्रों को उपलब्ध कराया गया था.
एसपी ने बताया कि एसएसटी व विज्ञान के परीक्षा के दौरान जवाहर नवोदय विद्यालय परीक्षा केंद्र पर चार छात्रों को प्रश्न पत्र व आंसर शीट के साथ पकड़ा गया था. जिसके बाद विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा सदर थाने में आरोपी छात्रों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई थी. एफआईआर के आधार पर एसपी ने एसआईटी का गठन किया. टीम ने झारखंड और बिहार के कई जिलों में छापेमारी अभियान चलाकर मामले में संलिप्त युवकों व छात्रों को गिरफ्तार किया है.
एसपी ने बताया कि एसआईटी अभी भी मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है. प्रशिक्षु आईपीएस सौरव के नेतृत्व में गठित एसआईटी की टीम झारखंड, बिहार के कई जिलों में अब भी छापेमारी कर रही है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी बच्चे नाजरेथ विद्यालय व डीएवी स्कूल के छात्र हैं. इसके अलावे जवाहर नवोदय विद्यालय के 11वीं के एक छात्र को कदाचार करवाने के आरोप में जेल भेजा गया है.
एसपी के प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया गया था. एसआईटी की टीम लगातार जांच में जुटी है. सीबीएसई प्रश्न पत्र लीक मामले में कोंचिंग संचालक सतीश पाण्डेय एवीबीपी छात्र संगठन का जिला संयोजक है पर चतरा पुलिस इसे कोचिंग संचालक ही मान रही है.