लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में वरिष्ठ पत्रकार नवलकांत सिन्हा पर बीती रात जानलेवा हमला हुआ. उनके सिर में गहरी चोटें आई हैं. नवल के साथ हुई घटना से यूपी के पत्रकार हैरान और परेशान हैं. पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया है.


नवलकांत सिन्हा कई न्यूज़ चैनलों और अख़बारों में काम कर चुके हैं. शुक्रवार की रात को जब वे अपने ऑफ़िस से घर के रास्ते में थे, उनके साथ तीन लोगों ने मारपीट की. गोमतीनगर में जब नवल अपनी गाड़ी बैक कर रहे थे, सफ़ेद रंग की एक सफ़ारी गाड़ी ने ठोकर मार दी. UP32DE 0444 नंबर की गाड़ी से तीन नौजवान उतरे और नवल के साथ गाली गलौज करने लगे. उनके पास जो भी रुपये थे, सफ़ारी में सवार लोगों ने छीन लिए. नवल अपनी गाड़ी लेकर भागे. बदमाश लगातार पीछा करते रहे और उनके घर तक पहुंच गए. वहां उनके उतरते ही राइफ़ल के बट से उनके सिर पर हमला कर दिया. नवल बेहोश होकर गिर पड़े. होश आने पर अस्पताल जाकर सर में टांके लगवाए. शनिवार को उन्होंने केस दर्ज कराया.


सोशल मीडिया में घायल नवलकांत की फ़ोटो वायरल होने पर ख़बर आग की तरह फैली. रोडरेज की इस घटना ने पत्रकारों की नींद उड़ा दी. सब आंदोलन के मूड में आ गए. बात मुख्य मंत्री ऑफ़िस तक पहुंच गई. सूचना विभाग के प्रमुख सचिव अविनाश अवस्थी ने दो घंटे में कार्रवाई का भरोसा दिया. लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने मामले की जांच शुरू की. वैभव सिंह और नीरज दीक्षित को घंटे भर में पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया. तीसरे आरोपी की तलाश जारी है. कुछ पत्रकारों ने बदमाशों पर एनएसए यानी राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून में कार्रवाई करने की मांग की है.