कन्नूर: जिले में एक चर्च के पादरी द्वारा एक लड़की के साथ कथित बलात्कार की घटना से जुड़े तथ्यों को छुपाने के लिए पांच नन सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.


पोक्सो अधिनियम के तहत दर्ज किया गया माामला


मामले के जांच अधिकारी पेरावूर सर्किल के निरीक्षक सुनील कुमार ने बताया कि जिले के कुतुपरम्बा स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल के प्रभारी, पांच नन के अलावा दो अन्य लोगों के खिलाफ पोक्सो अधिनियम (बाल यौन अपराध संरक्षण अधिनियम) की गैर जमानती धाराओं और किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस हॉस्पिटल में 16 साल की एक लड़की ने सात फरवरी को एक लड़के को जन्म दिया था.


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पुलिस ने मामले को लेकर सौंपी रिपोर्ट 


सुनील कुमार ने बताया कि इस मामले में तथ्य छुपाने को लेकर वायनाड जिले की बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष और एक सदस्य के खिलाफ राज्य बाल अधिकार सुरक्षा आयोग और कन्नूर जिला पुलिस अधीक्षक को एक रिपोर्ट भी सौंपी गयी है. रिपोर्ट में अधिकारियों से नवजात शिशु के विवरण छिपाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है.


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चर्च प्रशासन ने पादरी को हटा दिया 


चाइल्डलाइन में पीड़िता की मां द्वारा दर्ज करायी गयी एक शिकायत के आधार पर 28 फरवरी को पादरी को गिरफ्तार किया गया था. पीड़िता की मां ने कहा था कि फादर रोबिन उर्फ मैथ्यू ने पिछले साल उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न किया था. चर्च प्रशासन ने पादरी को हटा भी दिया.


यह मामला उस समय सामने आया जब जिले के नीनदुनोक्की इलाके में रहने वाली लड़की ने सात फरवरी को कोथुपरमबा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एक लड़के को जन्म दिया था.


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