केरल गोल्ड स्मगलिंग केस के मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद मंसूर को NIA ने किया गिरफ्तार, 5 दिन की मिली रिमांड
मामले की जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि इस मामले में मोहम्मद मंसूर की भी मुख्य भूमिका है, जिसने केरल में रह रहे मोहम्मद शफी और उसके सहयोगियों के साथ मिलकर सोने की स्मगलिंग का षड्यंत्र रचा था.
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नई दिल्ली: त्रिवेंद्रम गोल्ड स्मगलिंग कांड के मुख्य साजिशकर्ता मोहम्मद मंसूर को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी ने आज केरल के कालीकट इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. मोहम्मद मंसूर की यह गिरफ्तारी दुबई प्रशासन के सहयोग से बताई जा रही है. एनआईए के एक आला अधिकारी ने बताया कि मामला 5 जुलाई 2020 को त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 30 किलो सोने की बरामदगी से जुड़ा हुआ है.
आरोप था कि यह सोना दुबई काउंसलेट के सामान में दुबई से आया था. दुबई प्रशासन के अधिकारियों ने ऐसी किसी भी जानकारी होने से इनकार कर दिया था और भारत सरकार को यह आश्वासन दिया था कि इस मामले की जांच में हर संभव मदद की जाएगी. बाद में यह मामला जांच के लिए नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी को सौंप दिया गया था. एनआईए ने इस मामले की जांच के दौरान एक महिला को गिरफ्तार किया था, जिसके तार केरल के मुख्यमंत्री के सचिव तक बताए जा रहे थे.
देना पड़ा था इस्तीफा
इसके चलते केरल के मुख्यमंत्री के सचिव को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. एनआईए ने मामले की जांच के दौरान यह भी पाया कि इस मामले के तार दुबई में बैठे हुए लोगों से जुड़े हुए हैं. एनआईए ने इस मामले की आरंभिक जांच के बाद लगभग 20 लोगों के खिलाफ अपना पहला आरोपपत्र केरल की विशेष अदालत के सामने पेश भी कर दिया था. एनआईए के आला अधिकारी के मुताबिक पहला आरोपपत्र पेश किए जाने के बाद भी मामले की जांच लगातार जारी थी क्योंकि इस मामले की मुख्य सूत्रधार पकड़े नहीं गए थे जो कि विदेशों में बैठे हुए थे.
मामले की जांच के दौरान एनआईए को पता चला कि इस मामले में मोहम्मद मंसूर की भी मुख्य भूमिका है, जिसने केरल में रह रहे मोहम्मद शफी और उसके सहयोगियों के साथ मिलकर सोने की स्मगलिंग का षड्यंत्र रचा था. जांच के दौरान यह भी पता चला कि मोहम्मद मंसूर दुबई में मौजूद है. इस पर एनआईए ने मनसूर के खिलाफ एनआईए की विशेष अदालत से गैर जमानती वारंट जारी करा दिए थे.
दुबई में संपर्क
सूत्रों के मुताबिक इसके बाद एनआईए प्रशासन ने भारतीय प्रशासन के जरिए दुबई प्रशासन से संपर्क किया और उन्हें मामले की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में मोहम्मद मंसूर की अहम भूमिका है और उसकी गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद इस बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सकता है और मामले की बड़ी मछलियां सामने आ सकती हैं.
सूत्रों ने बताया कि दुबई प्रशासन ने मोहम्मद मंसूर को दुबई में खोज निकाला. जिसके परिणाम स्वरूप मोहम्मद मंसूर आज सुबह केरल के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वापस लौट आया, जहां एनआईए की टीम ने उसे एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया. एनआईए अधिकारी के मुताबिक गिरफ्तारी के फौरन बाद मंसूर को एनआईए की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे अदालत में पूछताछ के लिए 5 दिन के लिए एनआईए की रिमांड पर भेज दिया है. एनआईए को उम्मीद है कि अब इस मामले का पूरी तरह से पर्दाफाश हो जाएगा. मामले की जांच जारी है.
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