जम्मू-कश्मीर के गांदरबल की बस्तियों में जंगली तेंदुआ घुसा तो चारों ओर हाहाकार मच गया. तेंदुए को जिसने भी देखा वही जान बचाने के लिए भागा. कोई इधर तो कोई उधर. लोग तेंदुए को देखकर शोर मचा रहे थे. कोई छत से वीडियो बना रहा था. तो कोई लाठी डंडे लेकर तेंदुए को भगाने की कोशिश कर रहा था. लोगों की भारी भीड़ तेंदुए को देखकर शोर मचा रही थी. वो दूर से ही तेंदुए पर पत्थर बरसा रहे थे और फिर तेंदुआ बौखला गया. वो इधर से उधर भागने लगा और इसके बाद तो पूरे इलाके में कोहराम मच गया.
भारी भीड़ से बचने के लिए तेंदुआ जिधर भी भागता था. उधर ही चीख-पुकार मच जाती थी. इसी बीच सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई. वन विभाग के कर्मचारी पूरी तैयारी के साथ पहुंचे थे. तेंदुए को कैद करने के लिए लोहे का मजबूत पिंजरा लाया गया था, किन तेंदुआ था कि वो काबू में ही नहीं आ रहा था.
वन विभाग के कर्मचारियों की कोशिश थी कि अपनी ट्रैंकुलाइजर गन से वो तेंदुए को बेहोश कर दें, लेकिन तेंदुआ ऐसा कोई मौका ही नहीं दे रहा था. वो लोगों की भारी भीड़ से डरकर जहां-तहां भाग रहा था. इस दौरान, उसके रास्ते में जो भी आ रहा था. तेंदुआ उसी पर हमला कर दे रहा था. चश्मदीदों के मुताबिक, पूरे छह घंटे तक तेंदुआ इसी तरह वन विभाग की टीम को छकाता रहा. वो इसी तरह लोगों पर हमला करता रहा, लेकिन आखिरकार वो थक गया.
तेंदुए पर जैसे एक शख्स ने डंडे से हमला किया तो उसने पकड़ लियाय बौखलाए तेंदुए ने डंडे से हमला करने वाले शख्स की हाथों को अपने मुंह में जकड लिया था. वो इतने गुस्से में था कि लग रहा था मानो वो पूरा हाथ चबाकर ही दम लेगा. इसी बीच हिम्मत दिखाकर कुछ और लोग भी मौके पर पहुंच गए और फिर आ गई तेंदुए की शामत. लोगों ने तेंदुए को चारों तरफ से घेरकर लाठी-डंडे बरसाने शुरु कर दिए और फिर तेंदुआ निढाल हो गया.
लोगों की ये भीड जंगल के इस शिकारी को पीट-पीटकर मार ही देते, लेकिन मौके पर तैनात वन विभाग के कर्मचारियों ने उन्हें ऐसा करने से रोका और फिर घायल तेंदुए को पिंजरे में कैद कर दिया गया. बताया जा रहा है कि जंगल के इस शिकारी ने अपने हमले में दो महिलाओं के साथ ही वन विभाग के तीन कर्मचारियों को भी बुरी तरह से घायल कर दिया है और अब उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. वन विभाग के कर्मचारियों के मुताबिक लोगों की बस्ती में घुसकर हमला करने वाला तेंदुआ भी लाठी-डंडे की चोट से बुरी तरह से घायल हो गया है. कर्मचारियों के मुताबिक, इलाज के बाद तेंदुए को वापस जंगल में छोड दिया जाएगा.