पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में मदरसे के भीतर यौन उत्पीड़न का एक मामला सामने आया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि मदरसे में पढ़ने वाले 36 छात्रों को निकाला गया है और आरोपी मौलवी के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है.


कटराज स्थित मदरसे में कुकर्म की खबर उस समय उजागर हुई जब रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) ने दो नाबालिग को रेलवे स्टेशन पर बैठा देखा. आरपीएफ ने पूछताछ के बाद साथी नाम के एनजीओ को इसकी सूचना दी. बच्चों से बातचीत के बाद शक बढ़ता गया. उसने बताया कि उसके साथ मदरसा में गलत व्यवहार किया जाता है. एनजीओ ने पुणे पुलिस से संपर्क साधा और जामिया अमूबुझा दारूल यात्मा (मदरसा) पर दबिश दी.


पुलिस ने मौलाना के खिलाफ जुवेनाइल जस्टिस और पोक्सो कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया है. कोंढवा थाना के इंस्पेक्टर मिलिंग गायकवाड़ ने कहा, ''यौन उत्पीड़न के आरोप में एक मदरसे के मौलाना को गिरफ्तार किया गया है और मदरसे से 36 स्टूडेंट को भी बचाया गया है.'' ज्यादातर बच्चे बिहार के रहने वाले हैं. जिनकी उम्र 5 से 14 साल है


मौलाना रहीम पर आरोप लगाने वाले दो बच्चे बिहार के भागलपुर जिले के हैं. ये दोनों बच्चे 23 जुलाई को मदरसा छोड़ कर भाग गये थे, और रेलवे स्टेशन पर पाये गये थे. मौलान बिहार का रहने वाला है.


दिल्ली: गो-रक्षा के नाम पर लोगों की हत्याओं के बीच 48 गायों की भूख और बीमारी से मौत