महाराष्ट्र परिवहन निगम के कंडक्टर ने सैलरी न मिलने पर आत्महत्या की, परिजनों ने उद्धव सरकार को बताया मौत का जिम्मेदार
मृतक के परिजनों का कहना है कि उसे पिछले 3 महीनों से सैलरी नहीं मिली थी और वह कर्ज से काफी परेशान था.
नई दिल्लीः महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) के एक बस कंडक्टर ने वेतन न मिलने से परेशान होकर सोमवार को जलगांव में आत्महत्या कर ली. मृतक के भाई ने इसक लिए राज्य की उद्धव ठाकर की सरकार को जिम्मेदार ठहराया. मामले को तूल पकड़त देख महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री ने कर्मचारियों से ऐसा कोई कदम न उठान की अपील की. साथ ही उन्हें तत्काल एक महीने का वेतन देने की बात कही.
क्या था पूरा मामला
महाराष्ट्र के जलगांव का एक युवक महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम में कंडक्टर के पद पर नौकरी करता था. मृतक के भाई की मानें तो उसे पिछले तीन महीने से वेतन नहीं मिला था, जिससे वह काफी परेशान हो गया और आत्महत्या कर ली. मृतक के अनिल चौधरी ने कहा कि उनका बेटा एमएसआरटीसी के लिए काम करता था और जलगांव डिपो में तैनात था. वह कर्ज से जूझ रहा था. ऐसे में कम वेतन और पिछल कई महीनों से वेतन ने मिलने परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली. परिजनों ने उद्धव सरकार को उसकी मौत के लिए जिम्मेदार बताया है.
परिवहन मंत्री बोले- ऐसा कदम न उठाए कोई कर्मचारी
मामले को तूल पकड़ता देख महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री दिवाकर राउते ने कर्मचारियों ने ऐसा कदम न उठाने की अपील करते हुए सभी कर्मचारियों को तत्काल एक महीने का वेतन देने की बात कही. उन्होंने कहा कि दिवाली से पहले उन्हें 2 महीने का वेतन मिल जाएगा. उन्हें निराश होने और आत्महत्या जैसे चरम आत्मघाती उठाने की आवश्यकता नहीं है. आर्थिक स्थिति अभी खराब है, लेकिन हम एक रास्ता खोज लेंगे.