Thane Murder: महाराष्ट्र के ठाणे में बुधवार (1 मार्च) को हुई हत्या मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. मृतक शख्स शिंदे गुट का एक पदाधिकारी था, जिसे फेरीवाला समझकर मौत के घाट उतार दिया गया. हालांकि, पुलिस ने मृतक शख्स की पहचान ठाणे के कुख्यात गैंगस्टर बरक्या परदेशी के भाई रविंद्र परदेशी के रूप में की है. पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल के बाद 33 वर्षीय ध्रुव पटवा और 21 वर्षीय अशरफ हजरत अली को गिरफ्तार किया है.
चापड़ से हुआ था हमला
पुलिस के मुताबिक, मंगलवार (28 फरवरी) की रात करीब 10:00 बजे ठाणे के जांबली नाका बाजार में पेध्या मारुति मंदिर के पास रवींद्र परदेशी पैदल ही घर जा रहे थे. इस दौरान बाइक सवार हमलावरों ने बेरहमी से उन पर हमला कर दिया. हमलावरों ने चापड़ से कई वार किये, जिससे रवींद्र के सिर पर गंभीर चोटें आईं. इसके बाद इलाज के लिए रवींद्र परदेशी को ठाणे के जुपिटर अस्पताल ले जाया गया, जहां पर बुधवार की सुबह करीब 12:30 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. दरअसल, हमलावरों को शक था कि ये कोई फेरीवाला है, इसलिए उन्होंने हमला किया था. बता दें मृतक रविंद्र परदेशी की उम्र 48 साल थी और वो खरकर अली के रहने वाले थे.
पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ किया मामला दर्ज
पुलिस जांच में प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बाजार में फेरीवालों से हफ्ता वसूली को लेकर हुए विवाद के चलते हत्या की यह घटना हुई है. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) और 34 (साझा इरादा) के तहत मामला दर्ज किया गया था. वहीं, ठाणे टाउन पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक जयराज रनवारे का कहना है कि हमने हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोपी और मृतक दोनों ही फेरीवाले हैं और एक-दूसरे के सामने सड़क पर कब्जा करते थे. जिस सड़क पर वे कब्जा कर रहे थे, उसे लेकर ही दोनों के बीच दुश्मनी पैदा हुई थी. बता दें हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया. इसके बाद उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.