'राजपूत औरतें नौकरी नहीं करतीं' कहा और तलवार से काट दी बहू की गर्दन
एक शख्स ने अपनी बहू का कत्ल कर दिया क्योंकि उसे अपनी जाति की औरतों का नौकरी करना पसंद नहीं था. उसने सरे बाजार तलवार से महिला पर तब तक वार किए जब तक वह मर नहीं गई.
जयपुर: राजस्थान के अलवर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो बेहद दहला देने वाला है. एक शख्स ने अपनी बहू का कत्ल कर दिया क्योंकि उसे अपनी जाति की औरतों का नौकरी करना पसंद नहीं था. उसने सरे बाजार तलवार से महिला पर तब तक वार किए जब तक वह मर नहीं गई.
34 साल की उषा अपने परिवार के पालन पोषण के लिए किसी फैक्ट्री में काम करती थी. राजपूत परिवार से ताल्लुक रखने वाली इस महिला के ताया ससुर ममराज को उषा का नौकरी करना पसंद नहीं था. उसे लगता था कि राजपूत समाज की महिलाओं को नौकरी नहीं करनी चाहिए. 15 तारीख को उषा ड्यूटी पर जा रही थी तभी उसने तलवार से सरेआम उषा की गर्दन काट दी. हत्या के बाद ममराज मौके से फरार हो गया. उषा की मौके पर मौत हो गई.
खाटू श्याम मंदिर के पास ममराज पहले से घात लगाए बैठा था. तलवार से उषा का कत्ल करने के बाद वह तलवार लहराता हुआ खेतों की ओर भाग गया. उसने उषा पर कई वार किए थे. लोग वहां मौजूद थे लेकिन किसी ने उषा की मदद नहीं की. हालांकि भीड़ में से किसी ने पुलिस को फोन कर दिया था.
शाहजहांपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची ओर शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में रखवा दिया. इसके बाद मृतका के परिजनों को सूचना दी गई. उषा का पति मुकेश राजपूत एक फैक्टरी में काम करता है. महंगाई के इस दौर में घर का खर्चा उठाने के लिए दोनों पति-पत्नी मेहनत करते थे लेकिन एक शख्स की दकियानूसी सोच ने एक हंसते खेलते परिवार की खुशियां छीन लीं.
पहले उषा एक स्कूल में पढ़ाने जाती थी वहां भी ममराज ने पहुंच कर तमाशा खड़ा किया था, उस वक्त तो मुकेश ने मौके पर पहुंच कर बात संभाल ली थी लेकिन वहां से उषा को नौकरी छोड़नी पड़ी. ममराज खुद उपनी सारी संपत्ति बेच चुका था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है.