नई दिल्ली: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के स्कॉलर मन्नान वानी के हिजबुल मुजाहिदीन का दामन थामने की खबरों से पूरी यूनिवर्सिटी हिल गई है. पुलिस और खुफिया एजेंसियों के रडार पर अब हर कश्मीरी छात्र है. पुलिस ने यूनिवर्सिटी से ऐसे कश्मीरी छात्रों का ब्यौरा मांगा है जिन्होंने बीच में पढ़ाई छोड़ दी.
अलीगढ़ के एसएसपी ने बताया,"यूनिवर्सिटी से पूछा गया है कि किन छात्रों पर आपराधिक मामले दर्ज है, कौन से छात्रों ने बीच में पढ़ाई छोड़ दी, क्या परिस्थतियां रहीं उनके छोड़ने के पीछे, और वो लोग कहां चले गए, कश्मीरी छात्रों के बारे में भी पूछा गया है."
कश्मीर पुलिस कर रही जांच
कश्मीर पुलिस भी इन दिनों अलीगढ़ में है और आतंकी बने मन्नान वानी के बारे में पड़ताल कर रही है. पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि वह कब-कब छुट्टी पर गया था, उसका व्यवहार कैसा था और साथ ही उसके सामान के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है.
मन्नान के करीबियों पर पुलिस की नजर
कश्मीर पुलिस की नजर मन्नान के करीबियों पर भी है. उन्होंने ये जानने का प्रयास किया कि वे किन लोगों से अधिक बातें करता था. वे लोग किन गतिविधयों में शामिल रहते थे और वर्तमान में उनकी लोकेशन क्या है.
हिजबुल में शामिल हो गया मन्नान
एएमयू का शोध छात्र मन्नान वानी हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया था. प्रतिबंधित संगठन के प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ने ये दावा करते हुए कहा था कि मन्नान वानी का शामिल होना भारतीय प्रचार की पोल खोलता है कि कश्मीरी युवा बेरोजगारी और आर्थिक तंगी के कारण आतंकवादी संगठन में शामिल होते हैं.