Atiq Ahmad Guest House Scandal: हाल ही में प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के बाद से चर्चा में आए अतीक अहमद को लेकर योगी सरकार सख्त कार्रवाई में जुटी है. अतीक ही उमेश पाल मर्डर केस का मुख्य आरोपी है जो इस समय साबरमती जेल में बंद है और पूछताछ के लिए उसको यूपी लाने की तैयारी हो रही है. साल 1995 की बात है जब लखनऊ में बसपा सुप्रीमों मायावती के साथ गेस्ट हाउस कांड हुआ था, इसमें अतीक अहमद का नाम भी आया था. आइए जानते हैं इसकी पूरी कहानी.


बाल-बाल बची थीं मायावती


2 जून, 1995 में यूपी की राजधानी लखनऊ में बसपा सुप्रीमों मायावती के साथ गेस्ट हाउस कांड हुआ था, जिसके मुख्य आरोपियों में से एक माफिया अतीक अहमद भी था, जिसने मायावती पर हमला किया था. इसको लेकर मायावती ने अतीक अहमद को माफ नहीं किया था. जब मायावती सत्ता में काबिज हुईं तब अतीक अहमद के बुरे दिनों का दौर शुरू हो गया था. बसपा की सरकार जब भी सत्ता में आती तो अतीक अहमद हमेशा मायावती के निशाने पर रहता. मायावती कई बार मंचों से ऐलान कर चुकी थीं कि अतीक ने उन्हें गेस्ट हाउस में मारने की साजिश रची थी. 


मायावती ने अतीक की संपत्तियों पर की बड़ी कार्रवाई


मायावती ने अपने शासन काल में अतीक पर कानूनी शिकंजा कसा और उसकी संपत्तियों पर बुलडोजर चलवाया और तमाम तरह की बड़ी कार्रवाई हुई थी. यूपी में मायावती की सरकार में अतीक हमेशा जेल में ही रहा. बसपा जब सत्ता में थी तब अतीक का ऑफिस गिरवाया गया और उसकी संपत्तियों को जब्त किया गया. अतीक को जेल भेजने के बाद प्रयागराज में उसकी राजनीतिक पकड़ को पूर्ण रूप से खत्म कर दिया गया था.


साल 2007 में एक बार फिर से बसपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आई. इस दौरान अतीक की इलाहाबाद (प्रयागराज) पश्चिम सीट से पूजा पाल को विधायक बनाकर उसकी सियासत को जड़ से मिटा दिया गया. मायावती के शासनकाल में अतीक और उसके भाई अशरफ पर कठोर कार्रवाई हुई थी.


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