(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
सीटीईटी-2019 परीक्षा: एसटीएफ और मुरादाबाद पुलिस के हत्थे चढ़े साल्वर गैंग के दस सदस्य
ये गिरोह पेपर दिलवाने के बदले लोगों से ढाई लाख रुपये वसूलता था. गिरोह के सदस्य परिक्षार्थियों की जगह परीक्षा में बैठते थे. फिलहाल पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर रही है.
मुरादाबाद: मुरादाबाद में उत्तर प्रदेश एसटीएफ और मुरादाबाद पुलिस की एसओजी टीम ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर सीटेट सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट के 52 केंद्रों पर चल रही परीक्षा में 10 सॉल्वर को अरेस्ट किया है, यह लोग दूसरे छात्रों की जगह खुद एग्जाम दे रहे थे. इस काम के लिए यह लोग 50000 से लेकर ₹200000 तक की वसूली करते थे. इसमें से एक मास्टरमाइंड सचिन है जो पहले भी सॉल्वर गैंग के सदस्य के रूप में गिरफ्तार हो चुका है जो इस गैंग को बिहार के लोगों की मदद से चलाता था. पुलिस को इनके पास से बड़ी मात्रा में मोबाइल और चीटिंग मटेरियल मिला है.
मुरादाबाद में 52 केन्द्रों पर केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित की गयी थी. जिसमें एसटीएफ,एसओजी और पुलिस टीम ने सॉल्वर गैंग के दस सदस्यों को शहर के अलग-अलग स्कूलों से गिरफ्तार किया गया है. जबकि गैंग का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है. ये परीक्षार्थियों से पैसा लेकर उनकी जगह सॉल्वर बैठाते थे. फ़िलहाल अभी पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है.
Moradabad: UP Special Task Force busted a 'solver gang' that hired people to solve Central Teacher Eligibility Test papers&caught 10 members trying to appear for other candidates in the exam; Rs 61,630 cash, 4 Aadhar cards, 6 fake PAN cards, 2 fake voter ID cards seized. (08.12) pic.twitter.com/LtHScB5t70
— ANI UP (@ANINewsUP) December 9, 2019
पुलिस की मानें तो एसटीएफ और पुलिस टीमों को सूचना मिली थी कि सॉल्वर गैंग के सदस्य शहर के अलग-अलग स्कूलों परीक्षार्थियों की जगह सॉल्वर बैठा रहे हैं. जिस पर टीम बनाकर छापेमारी की गयी और दस लोगों को गिरफ्तार किया गया. इनसे पूछताछ में ये सामने आया है कि ये लोग ढाई लाख रुपये में पेपर का सौदा करते थे. पुलिस ने हिन्दू कॉलेज से दानिश, नाजिम, राजू कश्यप को गिरफ्तार किया.
इन लोगों ने बताया कि राजकुमार की जगह शुशांत और इन्द्रपाल की जगह विक्की कुमार परीक्षा दे रहे हैं. आर आर के स्कूल में अनुज की जगह मुकेश, अशोक जगह चन्दन परीक्षा दे रहे हैं. पाकबाड़ा के वेदराम इंटर कॉलेज में सुभाष की जगह राजमणि और गुलाबबाड़ी के सरस्वती विद्या मंदिर में दिनेश की जगह चन्दन परीक्षा दे रहा था.
गैंग का सरगना सचिन है जोकि फरार है वो पहले भी सॉल्वर गैंग में गिरफ्तार हो चुका है. ये गैंग परीक्षार्थियों के धुंधले फोटो एग्जाम फॉर्म पर लगाकर उनसे मिलते-जुलते अपने आधार कार्ड और दूसरी फर्जी आईडी बनाकर एग्जाम में बैठा करते थे. इस मास्टरमाइंड गिरोह के तार बिहार के कुछ लोगों से भी मिले जुले हैं जिनकी मदद से यह गैंग को ऑपरेट करते थे.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का दावा, बीजेपी उपचुनाव में 15 में से 13 सीटें जीतेगी
‘बड़े नेता’ चुनावों के दौरान फोटो खिंचाने के लिए गरीबों के घर जाते हैं: स्मृति ईरानी
दिल्ली अग्निकांड: मौत की आखिरी कॉल, 'भइया मैं अब नहीं बचूंगा, प्लीज मेरे बच्चों को संभाल लेना'