खरगौन: मध्य प्रदेश में सवाल पूछने पर एक आदमी को जेल भेजवाने वाले और थप्पड़ मारने की धमकी देने वाले डीएम के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. सवाल ये है कि आम आदमी के अपमान पर शिवराज की सरकार कब जागेगी.


25 जनवरी को हुई थी वारदात


खरगौन के डीएम अशोक वर्मा ने गणतंत्र दिवस के ठीक पहले पच्चीस जनवरी को सवाव पूछने पर एक आम आदमी को बिना किसी वजह के धमकाया था.


खरगौन के बोधगांव पहुंचे डीएम को सवाल पूछने पर इतना गुस्सा आ गया कि उन्होंने सबके सामने गांव के गंभीर सिंह को सिर्फ थप्पड़ मारने की धमकी ही नहीं दी, जेल भी भेजवा दिया. गंभीर सिंह का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने पूछ लिया था कि पंचायत भवन कलेक्टर साहब के आने पर ही क्यों खुलता है.


अब पीएम मोदी से इंसाफ की गुहार


कलेक्टर ने सवाल का जवाब तो नहीं दिया, उल्टे गंभीर सिंह को धमकाया और जेल भी भेजवा दिया. अब गंभीर सिंह पीएम मोदी से इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं. गंभीर सिंह के सवाल को लेकर एबीपी न्यूज मध्य प्रदेश सरकार के पास पहुंचा. सवाल सबने सुना लेकिन कलेक्टर पर क्या कार्रवाई होगी ये किसी ने नहीं कहा.


शिवराज के इंसाफ का इंतजार


मध्य प्रदेश की सरकार चलाने वालों का रवैया देखकर ऐसा लगता है कि उनकी नजर में आम आदमी का ये अपमान जैसे कोई मुद्दा ही न हो. ये तो होता ही रहता है.


आम आदमी की आवाज सुनो सरकार


मध्य प्रदेश की सरकार चलाने वाले कलेक्टर की इस करतूत पर खामोश हैं, लेकिन एबीपी न्यूज लगातार ये सवाल उठाता रहेगा कि एक अफसर के अत्याचार के शिकार एक आदमी को कब इंसाफ मिलेगा और आम आदमी को जूते की नोक पर रखने वाले कलेक्टर को कब और क्या सजा मिलेगी?