भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी में चार दरिंदे एक महिला की मदद से 10 साल की मासूम को कई माह तक अपनी हवस का शिकार बनाते रहे. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जहांगीराबाद क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) भारतेंदु शर्मा ने बताया कि जहांगीराबाद क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार की मासूम बच्ची जब स्कूल जाती, तो उसे पड़ोस में रहने वाली महिला टॉफी का लालच देकर उसे अपने साथ ले जाती और उसे तीनों युवकों के हवाले कर देती. यह सिलसिला कई माह तक चला.

पुलिस ने बताया कि बच्ची के पिता की मौत हो चुकी है, मां कई घरों में काम करके गुजारा करती है. उसकी एक बड़ी बहन भी है. बहन जब कई बार देर से आने की वजह पूछती थी, तो वह कुछ नहीं बताती थी. बाद में एक दिन तबीयत बिगड़ने पर उसने मां को आपबीती सुनाई. मां बेटी को लेकर फौरन थाने पहुंची. उसकी शिकायत दर्ज कर ली गई.

थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने एक महिला और तीन युवकों- गोकुल चौरसिया, नन्हू लाल और ज्ञानेंद्र के खिलाफ मामला दर्ज किया. महिला और तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

भोपाल में ही एक नवंबर की रात कोचिंग से लौट रही एक छात्रा को चार युवकों ने अपनी हवस का शिकार बनाया था. पीड़ित छात्रा पुलिसकर्मी की बेटी थी, इसके बावजूद मामला दर्ज कराने में उसे काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. बाद में हालांकि चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था.