Mumbai Crime: विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस ने दोनों बीटेक पास आरोपियों को किया गिरफ्तार
Fraud Case: पुलिस ने आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, 64 सिम कार्ड, 6 अलग-अलग बैंक अकाउंट की पासबुक और कई चेकबुक बरामद की हैं. इस ठगी से इन्होंने डेढ़ करोड़ से ज़्यादा की कमाई की है.
Mumbai Crime: मुंबई पुलिस ने करोड़ों रुपये की ठगी के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के खिलाफ विदेश में नौकरी दिलाने के बहाने धोखाधड़ी करने की शिकायत की गई थी. जिसके आधार पर मुंबई पुलिस ने दोनों लोगों को उत्तर प्रदेश से गिरफ़्तार किया है. आरोपियों की पहचान विकास यादव और ऋषभ दुबे के नाम से हुई है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने बताया कि ये लोग देशभर में बेरोज़गारों को निशाना बनाते थे और उन्हें विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे. चौंकाने वाली बात यह है की गिरफ़्तार दोनों आरोपियों ने बीटेक की पढ़ाई की है और इन लोगों ने इस ठगी से एक साल में डेढ़ करोड़ से ज़्यादा की कमाई की है.
आरोपी ऐसे करते थे ठगी
मुंबई पुलिस के जोन 4 के डीसीपी डॉक्टर प्रवीण मूंढ़े ने बताया कि माटुंगा पुलिस के पास एक 62 साल के शख़्स ने अक्टूबर 2022 में इस मामले की शिकायत की थी. उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके साथ विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी की है. आरोपी उन्हे विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लाख 78 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए. इसके बाद जब नौकरी नही मिली तो उन्होंने पैसे मांगे, लेकिन दोनों आरोपियों ने पैसे देने से इनकार कर दिया.
पुलिस ने शिकायतकर्ता की शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया. इसके साथ ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी और जिन बैंक अकाउंट में पैसे गए, जिन सिम कार्ड का इस्तेमाल हुआ उसकी छानबीन की. जिसके बाद पुलिस ने उन सारे इलेक्ट्रॉनिक फुटप्रिंट को फॉलो कर आरोपियों को नोएडा और लखनऊ से गिरफ़्तार किया.
जांच में पता चला है कि आरोपी लोगों को आश्वासन देते थे कि उनका जॉब सेलेक्शन दुबई की एक कंपनी में हो गया है. साथ ही लोगों से वीजा और अन्य कारणों का हवाला देकर लाखों रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफ़र करवा लेते थे. गिरफ़्तार आरोपियों ने पंजाब की एक यूनिवर्सिटी से बीटेक की पढ़ाई की है.
पुलिस ने लैपटॉप,फोन, पासबुक और कई चेकबुक किए बरामद
पुलिस ने इनके पास से 3 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, 64 सिम कार्ड, 6 अलग अलग बैंक अकाउंट के पासबुक और कई चेकबुक बरामद किए हैं. डीसीपी मूंढ़े ने बताया की जो वेबसाइट नौकरी के लिए आबाद है, वहां पर ये फर्जी कंपनी के नाम से रजिस्ट्रेशन करते थे. उसके साथ फिर जिनके रिस्यूम आते थे उन्हें फ़ोन कर अपने जाल में फंसाने का काम शुरू कर देते थे.
जांच के दौरान पता चला कि भारत के कई राज्यों में इन आरोपियों के खिलाफ कुल 12 शिकायतें दर्ज हैं. पुलिस को इनके एक बैंक अकाउंट से करीबन डेढ़ करोड़ रुपये का ट्रांज़ेक्शन दिखाई दिया है. इस मामले में पुलिस आगे की जांच कर रही है साथ ही इस गैंग के 4 और सदस्यों की तलाश की जा रही है.