Mumbai Crime: महाराष्ट्र के काशीमीरा पुलिस थाने में एक महिला ने विदेश में घरेलू सहायिका की नौकरी दिलाने की जगह देह व्यापार में धकेलने को लेकर शिकायत दर्ज कराई है. 43 वर्षीय महिला के आरोप पर ओमान में काम दिलाने का झांसा देने के मामले में अज्ञात एजेंटों के खिलाफ तस्करी का मामला दर्ज कर लिया गया है. मुंबई के मीरा रोड की निवासी पीड़िता हिंदी फिल्मों में जूनियर कलाकारों के लिए कास्टिंग एजेंट का काम करती थी. पीड़िता ने ओमान में नौकरी लगवाने के एवज में एक एजेंट को 3 लाख रुपये का पेमेंट किया था.
जून 2022 में, पीड़िता ने जस्ट डायल पर मिले एक एजेंट से संपर्क किया था. इसके बाद महिला अंधेरी में उस एजेंट और उसके बॉस से मिली. उन दोनों ने पीड़ित महिला को 25,000 रुपये मासिक वेतन के साथ ओमान में एक नौकरानी के रूप में नौकरी देने का वादा किया. शुरू में यह डील महिला को पसंद नहीं आई और उसने मना कर दिया. जब एजेंट ने उस महिला को बेहतर ऑफर दिया तो उसने मस्कट में नौकरी स्वीकार कर ली.
26 जुलाई को पीड़िता भारत छोड़ मस्कट पहुंच गईं. यहां पहुंचने पर 20 साल के एक व्यक्ति ने उसे हवाई अड्डे पर रिसीव किया और एक ओमानी शख्स के बंगले पर ले गया. कुछ देर बाद उसे एक ऑफिस में ले जाया गया, जहां उसके जैसी कई महिलाएं थी. ये सभी महिलाएं भारत, मलेशिया और बांग्लादेश से लाई गई थीं.
पीड़ित को एक परिचित ने बचाया
वहां पहले से कैद महिलाओं ने उस महिला को बताया कि उन्हें वेश्यावृत्ति कराने के लिए लाया गया था. घबराई हुई महिला ने अपने एजेंटों से संपर्क किया और सोशल मीडिया पर संदेश भेजे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं मिला. जब उसने ऑफिस में संचालकों का विरोध किया तो उन्होंने उसके साथ गाली-गलौज व मारपीट की. आखिरकार वह मस्कट में एक परिचित के पास पहुंची, जिसने उसे बंधक बनाने वालों को 1.6 लाख रुपये देकर भागने में मदद की. उस महिला को बचाने वाले ने उसके परिवार से संपर्क किया और वह 2 अगस्त को घर लौटी. 23 अगस्त को उसने उस एजेंटों के खिलाफ काशीमीरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस कर रही मामले की जांच
प्रारंभिक जांच के बाद, पुलिस ने मंगलवार को अज्ञात एजेंटों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 370 (तस्करी), 420 (धोखाधड़ी) और 34 (साझा इरादे) के तहत मामला दर्ज किया. महिला ने मीडिया को बताया कि यह एक परेशान करने वाला मानव तस्करी और यौन शोषण रैकेट है. भारत, मलेशिया और बांग्लादेश की 300 से अधिक महिलाओं को बंदी बनाया गया है. मामला मंगलवार को दर्ज किया गया था और फिलहाल जांच जारी है. आरोपी की तलाश जारी है और उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.