मुंबई पुलिस ने बीती रात पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह समेत कई अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली का मामला दर्ज किया है. ये केस मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में परमबीर सिंह समेत क्राइम ब्रांच के डीसीपी अकबर पठान, श्रीकांत शिंदे, पीआई आशा कोरके, पीआई नंदकुमार गोपाले, संजय पाटिल, सुनील जैन और संजय पुनमिया के खिलाफ दर्ज हुआ है.
इस मामले में शिकायतकर्ता राधेश्याम अग्रवाल ने पुलिस को बताया कि उनके खिलाफ फर्जी मामला दर्ज किया गया था और उनसे करीब 15 करोड़ की मांग की गयी थी. कहा गया था इन पैसों के बाद उनपर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी. आरोप यह भी लगाए गए कि ये सब साल 2016 से चल रहा था. बिल्डर ने अपनी शिकायत में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त और अन्य का नाम लिया है.
उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 387, 388, 389, 403, 409, 420, 423, 464, 465, 467, 468, 471, 120 (b), 166, 167, 177, 181, 182, 193, 195, 203, 211, 209, 210, 347, 109, 110, 111,113 के तहत दर्ज किया गया है. इस संदर्भ में बिल्डर के दो साझेदारों सुनील जैन और संजय पूर्णिमा को मामले में गिरफ्तार किया गया है. ये दोनों पुलिसवाले नहीं हैं.
उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के समीप विस्फोटकों से लदा वाहन मिलने के मामले में निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की गिरफ्तारी के बाद इस साल मार्च में सिंह को मुंबई पुलिस के शीर्ष पद से हटा कर महानिदेशक होमगार्ड बना दिया गया था.
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