नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के पालम विहार इलाके में हुए डबल मर्डर की वारदात को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस ने इस मामले में एयरफोर्सकर्मी के परिवार के ही एक शख्स को गिरफ्तार किया है. इसका नाम अभिषेक वर्मा है. अभिषेक वर्मा एयरफोर्सकर्मी की पत्नी मृतक बबिता वर्मा के भाई का बेटा है. पुलिस के मुताबिक आरोपी अभिषेक वर्मा को एयरफोर्सकर्मी की फैमिली के 50 हजार रुपये लौटाने थे. लेकिन वो नहीं दे रहा था. इसी बात पर परिवार लगातार अभिषेक वर्मा को ताने मारता रहता था. पुलिस के मुताबिक वारदात के दो दिन पहले भी अभिषेक वर्मा मृतक बबिता वर्मा के घर आया था और उस दिन भी पैसों को लेकर झगड़ा भी हुआ था.
डीसीपी साउथ वेस्ट इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि अभिषेक पूरी प्लानिंग के साथ हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए पालम विहार इलाके में एयरफोर्सकर्मी के घर पर पहुंचा. पुलिस की मानें तो वह अपने साथ एक्स्ट्रा कपड़े भी लेकर गया था. सबसे पहले वह स्कूटी से मेट्रो स्टेशन पहुंचा. वहां पर उसने अपनी स्कूटी खड़ी की और रिक्शा से एयरफोर्सकर्मी के घर पर पहुंचा. घर के अंदर दाखिल होते ही उसने सबसे पहले बबीता वर्मा का कत्ल किया.
गुमराह किया
उसके बाद उनके बेटे गौरव को भी मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने बताया कि हत्या उसने घर में रखे डंबल से की. दोहरे कत्ल की वारदात को अंजाम देने के बाद कातिल अभिषेक वर्मा ने पुलिस को गुमराह करने के लिए घर में मौजूद अलमारी को भी खोल दिया और जो सामान था, उसे गिरा दिया ताकि पहली नजर में दोहरे कत्ल की वारदात लूट लगे. इतना ही नहीं, कातिल अभिषेक वर्मा घर में लगे सीसीटीवी का डीवीआर लेकर वहां से फरार हो गया.
पुलिस को इस घटना की जानकारी तब लगी, जब एयरफोर्सकर्मी कृष्ण स्वरूप शाम को घर पहुंचे. तब उन्होंने देखा कि घर में उनकी पत्नी और बेटे की हत्या कर दी गई है. इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने मामला दर्ज कर तुरंत जांच शुरू की. पुलिस ने इलाके की तमाम सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया. तभी पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स संदिग्ध नजर आया, जिसके हाथ में कुछ था. इसके बाद पुलिस तमाम सीसीटीवी फुटेज खंगालती रही.
कपड़ों पर लगा था खून
मेट्रो स्टेशन के पास पुलिस को वह संदिग्ध शख्स एक ई-रिक्शा वाले से बात करता हुआ नजर आया. पुलिस की टीम ने उसी रिक्शा वाले की तलाश शुरू की और आखिरकार पुलिस को वह मिल गया. उस ई रिक्शा वाले ने पुलिस को बताया कि जो शख्स ई रिक्शा में बैठा था, उसके कपड़ों पर खून लगा था और जब वह मेट्रो स्टेशन पर उतरा, तब उसने उसे एक फटा नोट दिया लेकिन ई रिक्शा वाले ने उस नोट को लेने से इनकार कर दिया. तब उस शख्स ने ई-रिक्शा वाले को पेमेंट पेटीएम से की.
पुलिस ने जब ई रिक्शा वाले के पेटीएम की जांच की तो पुलिस को पता चला कि पेमेंट करने वाले शख्स का नाम अभिषेक वर्मा है. पुलिस को इस अभिषेक वर्मा पर शक हुआ क्योंकि हत्या वर्मा परिवार के दो सदस्यों की हुई थी. पुलिस ने जब इस शख्स की तलाश शुरू की तब पुलिस को यह जानकर हैरानी हुई कि यह शख्स पूरे समय परिवार के साथ ही था और जब अभिषेक वर्मा से पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तब उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पुलिस ने बताया कि कत्ल की वारदात को अंजाम देने के बाद अभिषेक वर्मा परिवार के साथ ही घूम रहा था ताकि किसी को शक ना हो. इतना ही नहीं जिस वक्त दोनों शवों का पोस्टमार्टम हो रहा था उस वक्त भी यह वहीं पर मौजूद था. फिलहाल पुलिस ने अभिषेक वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है और उससे लगातार पूछताछ की जा रही है.
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