नई दिल्ली: देश की राजधानी में एक शातिर नेपाली गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. आश्चर्य की बात यह है कि इसमें चौकीदार और कार साफ करने वाले लोग भी शामिल हैं. सभी मूल रूप से नेपाल के ही रहने वाले हैं. साथ ही वे दिल्ली-एनसीआर में चोरी कर यहां का माल नेपाल में खपाते थे.


पुलिस को उनके पास से दो लैपटॉप, 12 लग्जरी घड़ियां, कृत्रिम आभूषण, नकदी और दरवाजा तोड़ने के उपकरण आदि मिले हैं. पुलिस ने इस गिरफ्तारी के साथ ही चोरी के 12 मामले सुलझाने का दावा किया है. इसके साथ उम्मीद जताई है कि कुछ अन्य मामलों का भी इनके जरिए ही खुलासा हो सकता है. जांच की जा रही है.


पुलिस अधिकारियों के अनुसार दिल्ली के उत्तरी जिले में घरों व दुकानों में कुछ चोरियों की वारदातें हुई थीं. पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी. इसके लिए विशेष टीम लगाई गई थी. पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी फूटेज खंगाले तब जाकर नेपाली गिरोह की लिप्तता का पता चला. यह गिरोह शातिराना ढंग से घटनाओं को अंजाम देता था.


छानबीन और सर्विलांस के बाद पुलिस को पता चला कि बदमाश सात मार्च को अग्रसेन पार्क इलाके में आने वाले हैं. इसके बाद पुलिस ने घात लगाकर सभी को गिरफ्तार कर लिया. फिर जब पूछताछ हुई तो उनकी निशानदेही पर काफी संख्या में चोरी का माल बरामद किया गया.


पूछताछ में चोरों ने बताया कि वर्ष 2017 से गिरोह सक्रिय था. इसमें से एक सदस्य चोरी का माल नेपाल भेजने का काम करता था. हर सदस्य का काम और पैसा अलग-अलग था. काम के दौरान ही वे घरों और दुकानों की रेकी कर लेते थे. फिर सूचनाओं के आधार पर प्लानिंग तैयार कर वारदात को अंजाम देते थे.


गिरोह का सरगना दल बहादुर 18 साल पहले नेपाल से दिल्ली आया था. उसने सब्जी मंडी इलाके में चौकीदारी और कार साफ करने का काम शुरू किया था. इसके बाद वह अपने अन्य साथियों को भी लेकर दिल्ली आ गया. फिर जल्द पैसा कमाने के चक्कर में इन लोगों ने चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया.


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