नई दिल्ली: 100 पुलिसकर्मियों की टीम ने 350 ग्रे बलेनो कारों की छंटनी कर सीरियल मोलेस्टर SI को ढूंढा
दिल्ली पुलिस ने अपने ही जवान को छेड़छाड़ और अश्लील हरकरत करने के आरोप में पकड़ा.मामले की तह तक पहुंचने के लिए 100 पुलिसकर्मियों को काम पर लगाया.
नई दिल्ली: राजधानी के द्वारका में महिलाओं और युवतियों के साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकत करने का मामला सुलझाने के लिए पुलिस को खासा मशक्कत करनी पड़ी. पुलिस का दावा है कि सीरियल मॉलेस्टर को खोज निकालने के लिए 100 पुलिसकर्मियों की एक टीम का गठन किया गया. बगैर नंबर प्लेट की ग्रे कलर की कार को ढूंढने के लिए 350 बलेनो कार की छंटनी की गई. 350 कारों में से छंटनी करते हुए पुलिस उस एक कार तक पहुंची, जिसमें सवार होकर आरोपी ने शर्मनाक हरकतों को अंजाम दिया था और तब जाकर इस मामले का खुलासा हो सका.
पुलिस को वारदात सुलझाने के लिए करनी पड़ी मशक्कत
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में जब लड़कियों और महिलाओं के साथ अश्लील हरकतों की जानकारी पुलिस को हुई तो कुछ भी सुराग नहीं था. न तो किसी को कार का नंबर मालूम था और न ही कार में सवार युवक का हुलिया. पुलिस को सिर्फ इतनी जानकारी थी कि कार बलेनो है और ग्रे कलर की है. पुलिस ने सबसे पहला काम पूरी दिल्ली में ग्रे रंग की सभी रजिस्टर्ड बलेनो कार को तलाशने का किया. इस दौरान पुलिस को मालूम हुआ कि ग्रे रंग की 300 बलेनो कार दिल्ली में रजिस्टर्ड हैं. इसके अलावा 50 कारें ग्रेफाइट ग्रे कलर की हैं.
पुलिस के सामने अब कारों की कुल संख्या 350 हो चुकी थी. पुलिस ने सभी कारों के मालिकों की जानकारी हासिल कर पुष्टि की कि सभी कारें रजिस्टर्ड पतों पर हैं या नहीं. इसके साथ ही पुलिस ने द्वारका सेक्टर 11 में वारदात वाली जगह पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी खंगाला. जिससे पता चल सके कि आरोपी किस रास्ते और कहां फरार हुआ.
जांच में पुलिस को जनकपुरी के पते पर रजिस्टर एक बलेनो कार की जानकारी हुई. मगर बाद में पता चला कि कार दर्ज पते पर नहीं है. फिर भी, किसी तरह पुलिस ने कार को ढूंढ निकाला. जब देखा गया तो उसके पीछे वाले शीशे में कोई टूट-फूट नहीं थी. जबकि 17 अक्टूबर को पीड़ित युवती ने अपने वीडियो में ग्रे कलर की बात कही थी और उसका पिछला शीशा टूटा हुआ था.
पुलिस ने कार के शीशे को फिर गौर से देखा तो पाया कि शीशा नया लगाया गया है. पुलिस का शक पुख्ता हो गया. फिर पुलिस ने जांच शुरू की तो मालूम हुआ कि कार पुनीत ग्रेवाल इस्तेमाल करता है. तुरंत ग्रेवाल को भी पकड़ लिया गया. आरोपी के पकड़े जाने के बाद खुलासा हुआ कि उसकी तैनाती दिल्ली पुलिस में बतौर एसआई के पद पर है. जिसकी पोस्टिंग तो स्पेशल सेल में है मगर ट्रैफिक पुलिस के डीसीपी के एसओ के तौर पर काम कर रहा है. उससे जब गहन पूछताछ की गई तो आरोपी ने 17 अक्टूबर और 20 अक्टूबर को द्वारका में अलग-अलग महिलाओं के साथ अश्लील हरकतों को अंजाम देने की बात कबूली.
चश्मदीद ने बताया पीड़ित युवती बेहद घबराई हुई थी
द्वारका सेक्टर 11 में स्पोर्ट्स कंपलेक्स के बाहर चाय की दुकान चलानेवाले एक चश्मदीद ने बताया कि घटना के दिन साइकिल सवार एक लड़की ने उनसे मदद की गुहार लगाई थी. घबराई हुई लड़की को उन्होंने बेंच पर बिठाकर पानी पीने को दिया. पूछने पर उसने बताया कि कार सवार ने उसके साथ छेड़खानी की है. आधे घंटे बाद सामान्य होने पर लड़की अपनी साइकिल के साथ चली गई.
पुलिस का कहना है कि आरोपी एएसआई आई पुनीत ग्रेवाल ने 17 और 20 अक्टूबर को द्वारका के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग युवतियों और महिलाओं से छेड़छाड़ और अश्लील हरकत की थी. 17 तारीख की सुबह लगभग डेढ़ घंटे के अंतराल में उसने एक के बाद एक तीन अलग-अलग महिलाओं को निशाना बनाया. उनके साथ अश्लील हरकत की.
तीनों महिलाओं ने पीसीआर कॉल की थी. हालांकि, एक युवती ने पुलिस से शिकायत करने के बजाए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया. इसके बाद 20 अक्टूबर को द्वारका नॉर्थ थाना इलाके से इसी तरह की घटना का पता चला. 16 साल की एक लड़की के साथ इसी कार सवार ने ऐसी हरकत की थी. उस मामले में पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है.
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