एजेंसी ने एक बयान में कहा, "उसे (परवेज) उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ संयुक्त अभियान के तहत मेरठ से गिरफ्तार किया गया."
इससे पहले एनआईए ने पहर सिंह, रमनदीप व हरदीप सिंह को गोंसाई (60) की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था. गोंसाई को बीते साल 17 अक्टूबर को आरएसएस की बैठक से लौटने के दौरान गोली मार दी गई थी. मामले की जांच बाद में पंजाब पुलिस से एनआईए को सौंप दी गई.
आतंकवाद रोधी जांच एजेंसी ने जांच के दौरान यह पाया कि परवेज ने हरदीप सिंह को हथियार की आपूर्ति की थी. हरदीप पंजाब में 2016-17 के दौरान निशाना बनाकर की गई हत्याओं के मामलों के प्रमुख आरोपियों में से एक है.
एजेंसी ने यह भी दावा किया कि यह निशाना बनाकर की गई हत्याएं अंतर्राष्ट्रीय साजिश के हिस्से के तौर पर की गईं. इनका मकसद पंजाब में कानून व व्यवस्था की स्थिति को अस्थिर करना व राज्य में आतंकवाद को पुनर्जीवित करना था. एनआईए इन हत्याओं के सिलसिले में अब तक ग्यारह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
परवेज द्वारा दिए गए हथियार से आठ घटनाओं को अंजाम दिया गया. एनआईए ने कहा, "परवेज को एनआईए की मोहाली की विशेष अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिसने उसे पूछताछ के लिए एजेंसी की एक दिन की हिरासत में दे दिया."