जादू-टोने के शक में परिवार के तीन लोगों को जिंदा दफनाया, नौ लोगों को मौत की सजा
सितंबर 2016 में आदिवासी समुदाय की दो महिलाओं सहित तीन लोगों की रायगाड़ा के किटुंगा गांव के ही कुछ लोगों ने बेरहमी हत्या कर दी और उसके बाद उन्हें जला दिया.
रायगढ़ा: ओडिशा के रायगाड़ा जिले में शुक्रवार को जादू-टोने के संदेह में 2016 में एक परिवार के तीन सदस्यों की हत्या करने वाले नौ लोगों को एक स्थानिय अदालत ने मौत की सजा सुनाई है. अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) ने इस सजा की घोषणा की.
सितंबर 2016 में आदिवासी समुदाय की दो महिलाओं सहित तीन लोगों की रायगाड़ा के किटुंगा गांव के ही कुछ लोगों ने बेरहमी हत्या कर दी और उसके बाद उन्हें जला दिया. अतिरिक्त जिला न्यायाधीश सुबेंदु कुमार पाटी ने असिना साबर (48), उनकी पत्नी अंबेई (40) और उनकी बड़ी बेटी अस्मानी (26) की हत्या के मामले में नौ लोगों को दोषी ठहराया है.
दोषियों में अजंता साबरा, बभुना साबरा, मालुका साबरा, पोदंतू साबरा, इरु साबरा, लकिया साबरा, देगुन साबरा, दासंता साबरा और दालसा साबरा शामिल हैं. सहायक सरकारी अभियोजक कृष्ण चंद्र सेनापति ने कहा, "हत्या के इस मामले में एडीजे सुभेंदु कुमार पति ने सभी नौ दोषियों को मृत्युदंड सुनाया है."