नोएडा : वह मासूम अपनी एक मुस्कुराहट से कईयों के चेहरे खुश कर देती थी. उसे कराटे का भी शौक था और उसकी 'किक' भी दमदार थी. लेकिन, न जाने क्या हुआ कि मेडल जीतने के बाद आठ साल की गजल मौत के मुंह में समा गई. अब सुबह घर से हंसती-खेलती निकली बच्ची कभी घर नहीं लौट पाएगी. उसके परिजन अब इस रहस्यमयी मौत का कारण जानना चाहते हैं.
स्कूल डीपीएस वर्ल्ड के लिए हंसती खेलती निकली थी
सवाल सीधे स्कूल प्रबंधन पर उठा रहा है लेकिन, प्रबंधन ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. दरअसल, 8 साल की ग़ज़ल 31 जनवरी मंगलवार सुबह नोएडा एक्सटेंशन स्थित अपने स्कूल डीपीएस वर्ल्ड के लिए हंसती खेलती निकली थी. उस दिन स्कूल में उसका कराटे का मैच था. मैच भी हुआ और ग़ज़ल ने मैच जीता भी. उसे बेस्ट परफार्मर का खिताब मिला.
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उसकी माँ को बताया कि ग़ज़ल के सर में दर्द है
लेकिन, ग़ज़ल अपना मेडल लेकर घर नहीं पहुंच पाई. घर आया एक फोन कॉल, ग़ज़ल के स्कूल से उसकी माँ को. ग़ज़ल की टीचर ने उसकी माँ को बताया कि ग़ज़ल के सर में दर्द है. उसकी माँ ने कहा कि उसका इलाज कराएं वो जल्द से जल्द पहुँच रही हैं. थोड़ी देर बाद फिर फोन आया की ग़ज़ल को अस्पताल ले जा रहे हैं वहीं पहुंच जाएं.
जब तक माता-पिता अस्पताल पहुंचे, ग़ज़ल इस दुनिया से जा चुकी थी
जब तक माता-पिता अस्पताल पहुंचे, ग़ज़ल इस दुनिया से जा चुकी थी. अब ग़ज़ल के माता पिता ये जानना चाह रहे हैं कि उनकी बच्ची के साथ हुआ क्या. 28 दिसंबर को ग़ज़ल ने अपना 8वां जन्मदिन मनाया था. पिछले साल सितम्बर महीने में ही ग़ज़ल का परिवार नैनीताल के रुद्रपुर से नोएडा शिफ्ट हुआ था. तभी ग़ज़ल का इस स्कूल में दाखिला कराया गया था. ग़ज़ल की एक साल की एक छोटी बहन भी है.
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घटना के बाद उठ रहे हैं कई संगीन सवाल :
- ग़ज़ल के पिता का दफ्तर स्कूल से महज़ 1 किलोमीटर की दूरी पर है, स्कूल प्रशासन को ये बात पता थी फिर भी उसकी माँ को कॉल किया गया ?
- बच्ची की कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं रही है तो अचानक क्या हुआ ?
- अगर सिर्फ सर में दर्द था तो उसके कपड़ों पर खून कैसे आया ?
- कपड़ों पर लगे खून को साफ करने की कोशिश की गई, क्यों ?
- उसके होंठ पर चोट के निशान थे वो कैसे आए ?
- ब्लीडिंग स्कूल में ही शुरू हो गई थी, लेकिन स्कूल ने कहा कि ब्लीडिंग अस्पताल ले जाते हुए गाड़ी में शुरू हुई. क्यों ?
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स्कूल का कहना है कि ...
स्कूल के एडमिन हेड सत्येंद्र शर्मा ने इस पर बयान दिया. तमाम आरोपों पर स्कूल प्रशासन का कहना है कि गज़ल के सर में दर्द की शिकायत हमेशा रहती थी. क्योंकि उसकी नजर कमज़ोर थी. खेल प्रतियोगिता के बाद तक वो ठीक थी. साढ़े 12 बजे उसकी तबियत खराब हुई थी और उसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया.