नई दिल्ली: परीक्षा के लिए स्कूल जा रहे दो छात्र दुर्घटनाग्रस्त हो गए. हादसे में एक छात्र की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है और मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है.
नोएडा के एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि हरौला का रहने वाला प्रांजल अपने साथी के साथ पेपर देने जा रहा था. तभी प्रांजल की स्कूटी, पीछे से तेज रफ्तार में आ रही डीटीसी बस के अगले दरवाजे से टकरा गई. इस दुर्घटना में छात्र की मौके पर ही मौत हो गई और उसके एक साथी का इलाज चल रहा है.
यह मामला तब का है जब प्रांजल नोएडा सेक्टर 16 के रजनीगंधा चौक से गुजर रहा था. उसी दौरान पीछे से आ रही डीटीसी बस से स्कूटी की टक्कर हो गई. जिसके बाद प्रांजल की मौके पर ही मौत हो गई और उसका दोस्त घायल हो गया. प्रांजल और उसका दोस्त तालीम अंग्रेजी का एग्जाम नोएडा के सरकारी स्कूल में देने जा रहे थे.
प्रांजल की मां ने क्या कहा?
प्रांजल की मां पार्वती देवी ने कहा, "प्रांजल जब नोएडा के रजनीगंधा चौक की तरफ जा रहा था उस समय उसने डीटीसी बस से आगे निकलने की कोशिश की. जिसके बाद बस ने पीछे से टक्कर मारी और फिर उसने संतुलन खो दिया. जिससे प्रांजल के सिर पर चोट लगने से मौत हो गई और पीछे बैठे उसके दोस्त तलीम घायल हो गया है. इस घटना के बाद प्रांजल को अस्पताल ले जाया गया वहां डॉक्टर ने इलाज से मना कर दिया."
वे आगे कहती हैं कि कैलाश अस्पताल ने फोन कर कहा आप लोग आए और प्रांजल को ले जाएं. अस्पताल ने कहा, हमारी एक्स-रे मशीन काम नहीं कर रही है और हम प्रांजल का इलाज करने में सक्षम नहीं हैं. वो लोग कहते है कि प्रांजल को नोएडा के सेक्टर-30 के अस्पताल में ले जाए. जब जिला अस्पताल में उसे ले गए तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था. हम मैक्स और कैलाश अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं.
वहीं पुलिस बस ड्राइवर और कंडेक्टर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. साथ ही बस को नोएडा के थाना सेक्टर 20 में पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है.
इस मामले में चश्मदीद की मानें तो घटना के बाद प्रांजल को पहले मैक्स अस्पताल ले जाया गया. फिर वहां सुधार ना होते देख कैलाश अस्पताल ले गए. दोनों ही अस्पताल ने प्रांजल का इलाज करने से मना कर दिया. जब आखिर में जिला अस्पताल ले गए तब वहां के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस मामले को नोएडा सेक्टर-20 के पुलिस स्टेशन में पुलिस ने रजिस्टर कर लिया है और पुलिस ने बस ड्राइवर राजेश कुमार को भी गिरफ्तार किया है.
इस मामले पर अस्पताल ने क्या कहा?
मैक्स अस्पताल ने इस मामले पर कहा, प्रांजल को रिक्शे से अस्पताल लाया गया था. उस समय प्रांजल के कान और नाक से खून बह रहा था. हमने प्रांजल को लाने वाले व्यक्ति को बताया कि उसे एक एनसीसीटी स्कैन की जरुरत थी जो हमारे यहां मौजूद नहीं है. फिर उस व्यक्ति को हमने बताया कि एम्बुलेंस से प्रांजल को दूसरे अस्पताल भेज रहे हैं. जिसपर बिना देरी करते हुए उसे दूसरे अस्पताल ले जाया गया.