नई दिल्ली : देशभर में सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है. सरकार ने बताया है कि देश में पिछले साल सड़क दुर्घटनाओं में 1 लाख 46 हजार से अधिक लोगों की जान चली गई. जबकि पांच लाख से अधिक लोग घायल हुए हैं. सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्य मंत्री मनसुख लाल मांडविया ने राज्यसभा को आज एक प्रश्न के लिखित जवाब में यह जानकारी दी.


वर्ष 2014 में सड़क दुर्घटनाओं में एक लाख 39 हजार मरें

उन्होंने बताया कि वर्ष 2015 में सड़क हादसों में एक लाख 46 हजार 133 लोगों की मौत हुई तथा पांच लाख 279 लोग घायल हुए. उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में सड़क दुर्घटनाओं में एक लाख 39 हजार 671 लोगों की जान गई थी. चार लाख 93 हजार 474 लोग घायल हुए थे.

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2014 में घायलों का आंकड़ा चार लाख 89 हजार 400 का था

मंत्री ने बताया कि पिछले साल पांच लाख एक हजार 423 सड़क हादसे हुए. जबकि 2014 में यह आंकड़ा चार लाख 89 हजार 400 का था. गौरतलब है कि सड़क हादसों की संख्या बढ़ी है और इस पर लोग चिंता जता रहे हैं. वाहनों की संख्या बढ़ने, ड्रंकेन ड्राइविंग, खराब सड़क और ऐसे ही अन्य कारणों को इसके लिए जिम्मेदार बताया गया है.

हर रोज देशभर में 400 लोगों की होती है दुर्घटनाओं में मौत

आंकड़ों को देखें तो मरने वालों की संख्या में 2014 के बजाए 2015 में करीब 4.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इसके साथ ही घायलों की संख्या में 1.4 प्रतिशत का. यही नहीं सरकार की ओर से कहा गया है कि प्रतिदिन देशभर में करीब डेढ़ हजार सड़क दुर्घटनाएं होती हैं जिनमें हर रोज 400 लोग जान गंवा बैठते हैं. मुंबई और दिल्ली में सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है. यह हालात तब हैं जब रोड सेफ्टी के बड़े-बड़े दावे किए गए हैं.

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बरतें सावधानियां :

- बाइक पर हैं तो हेलमेट जरूर चला कर बैठें
- चालक और पीछे बैठे सवार, दोनों जरूर पहनें
- बिना सीट बेल्ट के कार की अगली सीट पर न बैंठें
- वाहन की रफ्तार नियंत्रण में रखें
- ब्रेक आदि की जांच नियमित तौर पर कराएं
- सड़क पर चलते वक्त फोन आदि का इस्तेमाल न करें
- यातायात नियमों का पालन करें

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