Odisha Minister Murder Case: ओडिशा के मंत्री नब किशोर दास की हत्या का मामला अब तक नहीं सुलझ पाया है, इस केस में पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी एएसआई ने मंत्री को क्यों गोली मारी थी. इसके लिए ओडिशा क्राइम ब्रांच ने एएसआई गोपाल दास का पहले दौर का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया है. जिसने 29 जनवरी को मंत्री नबा दास की गोली मारकर हत्या कर दी थी. टेस्ट का पहला दौर गुजरात के गांधीनगर में राज्य फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एसएफएसएल), फॉरेंसिक विज्ञान निदेशालय (डीएफएसएस) में आयोजित किया गया था. बताया गया है कि टेस्ट शुक्रवार 10 फरवरी को भी जारी रहेगा.
नार्को टेस्ट भी कराया जाएगा
क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने कहा कि आरोपी की विस्तृत मेडिकल जांच के बाद शुक्रवार को नार्को टेस्ट भी कराया जाएगा. सूत्र ने कहा कि, जांच अधिकारी डीएसपी रमेश चंद्र डोरा के नेतृत्व में 8 सदस्यीय टीम उपरोक्त परीक्षणों के लिए गांधीनगर में डेरा डाले हुए है. एडीजी अरुण बोथरा भी मामले की जांच की व्यक्तिगत निगरानी के लिए वहां मौजूद हैं.
सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल), नई दिल्ली की टीम झारसुगुड़ा में 6 फरवरी को आरोपी का फॉरेंसिक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन और एलवीए टेस्ट पहले ही कर चुकी है. सूत्रों ने कहा कि मनोचिकित्सकों वाले विशेष मेडिकल बोर्ड ने झारसुगुड़ा में आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य का विस्तृत अध्ययन किया है और रिपोर्ट का इंतजार है.
सीबीआई जांच की याचिका खारिज
अपराध शाखा आरोपी और उसके परिवार के वित्तीय लेन-देन की भी जांच कर रही है, जबकि सीआईडी की विभिन्न टीमों के इकट्ठा किए गए दस्तावेजों और सबूतों की जांच की जा रही है और हत्या के मकसद का पता लगाने के लिए विश्लेषण किया जा रहा है. वहीं, उड़ीसा हाईकोर्ट ने गुरुवार को हत्या के मामले में सीबीआई जांच की मांग करने वाली एक जनहित याचिका को खारिज कर दिया. इस बीच, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कई मंत्रियों, विधायकों और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ झारसुगुड़ा में आयोजित 12वें दिन की शोक सभा में दास को पुष्पांजलि अर्पित की.
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