भुवनेश्वर: ओडिशा में शर्मनाक घटनाक्रम सामने आया है. यहां एक सार्वजनिक कार्यक्रम में सुरक्षाकर्मियों ने महिलाओं से काला स्टॉल/शॉल को उतराने को कह दिया. घटना की गंभीरता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस पर चिंता जता दी है.


उन्होंने कहा कि इस घटना की जांच जारी है और अधिकारियों को भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति के प्रति चेतावनी दी गई है. पटनायक ने विधानसभा में कहा कि पश्चिमी रेंज, राउरकेला के पुलिस महानिरीक्षक मामले की जांच कर रहे हैं.


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मुख्यमंत्री ने कहा, "चार दिसंबर को एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की काली 'ओढ़नी' (शॉल/स्टॉल) को सुरक्षाबलों द्वारा हटवाने की घटना पर मैं गहरी चिंता जताता हूं." उल्लेखनीय है कि सुरक्षा अधिकारियों ने ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में एक रैली में हिस्सा लेने गई महिलाओं की काली ओढ़नी को कथित तौर पर उतरवा दी थी.


पटनायक ने कहा, "मैंने गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक को बुलाया और मानव की गरिमा को नुकसान पहुंचाने वाली इस तरह की गतिविधि पर झिड़की लगाई और भविष्य में ऐसा न हो, इसके प्रति चेतावनी दी." पुलिस महानिदेशक को मामले की जांच करने और दोषी सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है.


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मुख्यमंत्री ने सदन में कहा, "मेरी सरकार संवेदनशील है और महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी गरिमा बनाए रखने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है. मैं सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करते समय लोगों को होने वाली परेशानी के खिलाफ हूं और इस संबंध में पुलिस को कई बार निर्देश दे चुका हूं."


भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक राधारानी पांडा ने दावा किया कि राज्य के बारगढ़ तथा ब्रजराजनगर में इसी तरह की घटनाएं हुई हैं. लेकिन, मुख्यमंत्री ने अपने बयान में उन घटनाओं का जिक्र नहीं किया.


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