नई दिल्लीः मुस्लिम युवक से मारपीट और जय श्री राम के नारे लगवाने वाले मामले पर गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकील ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने जानकारी दी कि घटना शनिवार रात 10 बजे की थी. एक मुस्लिम युवक मोहम्मद बरकत आलम मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहा था. इस मामले में सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया गया और सड़क पर लगे एक कैमरे में पूरी घटना की रिकॉर्डिंग मिली थी जिससे घटना का पता चला है.


पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकील ने बताया कि फुटेज में दिखाई दे रहा था कि बरकत गली से आ रहा है. इसी दौरान पीछे से बरकत को किसी ने आवाज दी. इसके अलावा एक युवक सामने से आता है जो बरकत को थप्पड़ मारता है जिससे उसकी टोपी गिरती दिखाई दी है.


पुलिस कमिश्नर ने कहा कि इस मामले में एक व्यक्ति ही शामिल पाया गया है. इस मामले में 153 ए, 323, 506 और 147, 149 धाराएं भी लगाई गई थी. मामले में पुलिस ने एसआईटी का गठन भी कर दिया है और अलग अलग टीमें इस मामले में जांच कर रही हैं. जांच में कई जानकारियां मिलनी शुरू हो गई है. जय श्री राम या भारत माता के नारे बुलवाने की बात को लेकर पीड़ित ने कोई शिकायत एफआईआर में नही लिखवाई है. पीड़ित ने सिर्फ टोपी ना पहनने देने और मारपीट की शिकायत दी है.


आरोपी की सीसीटीवी से पहचान की जा रही है और आरोपी आस पास का ही रहने वाला लगता है. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि इस तरह के मामलों को सनसनीखेज नही करना चाहिए. इस मामले में आरोपी को किसी भी तरह से बख्शा नहीं जाएगा. ये आरोपी एक अपराधी है और अपराधी का कोई धर्म नही होता है. इस तरह के लोग किसी के साथ भी वारदात कर सकते हैं.


क्या है मामला
रविवार को खबर आई थी कि गुरुग्राम में पारंपरिक टोपी पहनने के लिये 25 वर्षीय मुस्लिम युवक की चार अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर पिटाई की. पीड़ित की पहचान मोहम्मद बरकत आलम के तौर पर हुई जो कि गुरुग्राम के जैकब पुरा इलाके में रहता है. पहले खबर आई थी कि पुलिस में दी गयी शिकायत में आलम ने आरोप लगाया था कि सदर बाजार मार्ग पर चार अज्ञात लोगों ने उसे रोका और पारंपरिक टोपी पहनने पर आपत्ति जताई. उसने बताया कि आरोपियों ने उसे धमकी दी और कहा कि इस इलाके में इस तरह की टोपी पहनने की इजाजत नहीं है.