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तिहाड़ जेल में भूख हड़ताल पर बैठे शहाबुद्दीन सहित अन्य कैदी
शहाबुद्दीन ने हाल ही में उसने जेल में अपने साथ ठीक व्यवहार ना होने की शिकायत की थी. साथ ही अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए थे. शहाबुद्दीन ने कोर्ट से पेश होने की इजाजत भी मांगी थी ताकि वो बता सके कि उसे किन परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.
नई दिल्ली: दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन और चर्चित गैंगेस्टर नीरज बवाना समेत 80 कैदी 19 मार्च से भूख हड़ताल पर बैठे हैं. हड़ताल पर बैठे कैदियों की मांग है कि उन्हें जेल में हाई प्रोफाइल सुविधाएं मिले. सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी नेता शहाबुद्दीन अंडरवर्ल्ड डॉन राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन जैसी सुविधाएं मांग रहे हैं.
शहाबुद्दीन ने हाल ही में उसने जेल में अपने साथ ठीक व्यवहार ना होने की शिकायत की थी. साथ ही अपनी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए थे. शहाबुद्दीन ने कोर्ट से पेश होने की इजाजत भी मांगी थी ताकि वो बता सके कि उसे किन परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है.
बता दें कि शहाबुद्दीन पर फिलहाल 45 आपराधिक मामले चल रहे हैं. 2017 में पटना हाई कोर्ट ने शहाबुद्दीन को एसिड अटैक केस में उम्र कैद की सजा सुनाई थी. पत्रकार राजदेव रंजन के हत्या के मामले में भी सीबीआई शाहबुद्दीन के खिलाफ जांच कर रही है.
गैंगेस्टर नीरज बवाना की मां के मुताबिक, उन्होंने जेल में बेटे से मुलाकात की तो उसने कहा था कि वह भूख हड़ताल पर जल्द ही बैठेंगे. नहीं तो जेल प्रशासन सुविधा दे. नीरज की मां ने कहा मेरा बेटा हॉई रिस्क वार्ड-2 में बंद है. वहीं दूसरे वार्ड में छोटा राजन भी बंद है. उसे सुविधाएं दी जा रही हैं, मेरे बेटे को नहीं. सभी को एक समान सुविधाएं मिलनी चाहिए.
बता दें कि छोटा राजन भी उसी जेल में बंद है. नीरज बवानिया के परिजनों का कहना है कि छोटा राजन को टीवी और किताब आदी सब सुविधाएं दी जा रही है लेकिन नीरज को न तो पढ़ने के लिए किताब दी जा रही है और ना ही टीवी की सुविधा दी जा रही है.
इतना ही नहीं उसे अकेले किसी कालकोठरी में बंद कर दिया गया है. जहां वो किसी से बातचीत भी नहीं कर सकता. नीरज के परिजनों का कहना है कि यह मौलिक अधिकारों का हनन है मौलिक अधिकार सभी के लिए एक समान होते हैं जो सुविधाएं छोटा राजन को मिल रही है वही सुविधाएं नीरज बवानिया को भी मिलनी चाहिए.
परिजनों का आरोप है कि यह नीरज बवानिया को मेंटली टॉर्चर करने का तरीका है. साथ ही परिजनों ने प्रशासन से ये भी मांग की थी कि उस जेल से उसके बेटे को निकाल कर दूसरी जेल में शिफ्ट किया जाना चाहिए जिसमें छोटा रजन और शहाबुद्दीन जैसे लोग हैं.
वहीं तिहाड़ जेल अधिकारियों ने गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत में नीरज के परिजनों की मांग को अस्वीकार करते हुए कहा कि वो कुख्यात अपराधी है और उसे इस जेल शिफ्ट नहीं किया जा सकता और उसके जेल में उसके अब तक के आचरण को देखते हुए उसे टीवी भी नहीं दिया जा सकता. बता दें कि नीरज बवाना को अप्रैल 2015 में गिरफ्तार किया गया था. नीरज बवाना पर हत्या, हत्या की कोशिश और जबरन वसूली के दर्जनों मामले दर्ज है.
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तहसीन मुनव्वरवरिष्ठ पत्रकार
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