पटना: एयरलाइंस मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है. पुलिस का कहना है कि किसी पुरानी रंजिश आदि में नहीं बल्कि रोडरेज में रूपेश को गोली मारी गई थी. इस मामले में पुलिस ने पटना के ही रितुराज को गिरफ्तार किया है. उसके तीन अन्य साथियों का भी पता चल गया है और उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.


इससे पहले खुद बिहार के डीजीपी ने दावा किया था कि घटना के तार सुपारी किलिंग से जुड़े हुए हैं. लेकिन, अब मामला बिल्कुल ही अलग आ रहा है. रूपेश के परिजनों को पुलिस की यह थ्योरी गले से उतर ही नहीं रही है. इससे पहले पुलिसे ने हत्याकांड को हाईप्रोफाइल बताते हुए रसूखदारों की जांच शुरू की थी. रूपेश के लिंक पटना के कई विभागों में था और कई ठेकों आदि में भी उसका नाम जुड़ा हुआ था.


रूपेश को उसके घर से ठीक सामने गोली मारी गई थी. उसके शरीर में छह गोलियां लगी थीं. पहले उसे दूर से गोली मारी गई और इसके बाद पास आकर मारा गया. सूत्रों का कहना है कि मामले के लिए गठित की गई एसआईटी ने कुल 50 लोगों से सख्त पूछताछ की थी. इसके साथ ही 600 से ज्यादा मोबाइल नंबरों को पूरी तरह से खंगाला गया था. रितुराज का पता भी टेक्निकल सर्विलांस में ही निकल कर आया है.


सीसीटीवी में पुलिस को यह जानकारी मिली थी कि गोली मारने में चार अपराधियों का हाथ था. चारों दे अलग-अलग बाइकों पर सवार होकर आए थे. फिर पुलिस ने उनका आगे और पीछे का रूटीन पता किया. मोबाईल फोन लोकेशन आदि के आधार पर कुछ लोगों से पूछताछ की गई. इसके बाद जो असलियत सामने आई उसने अधिकारियों को भी चकित कर दिया. पुलिस का कहना है कि अभी तीन आरोपियों की तलाश चल रही है. उनकी पहचान हो चुकी है.


हालांकि, परिजनों और जानकारों का कहना है कि अचानक आई इस पुलिस की थ्योरी पर भरोसा नहीं हो रहा है.


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