पुलिस के मुताबिक आरोपी आसिफ एम टेक कर रहा है और 2015 में यूपीएससी पीटी परीक्षा भी पास कर रखा है. इतना ही नहीं ग्रेटर नोएडा के एक प्राइवेट इंजीनिरिंग कॉलेज में पढ़ाया भी करता था. सरकारी नौकरी पाने के झांसे में उसने कर्ज लिया था लेकिन उसे सरकारी नौकरी नहीं मिली. कर्ज से उबरने के चलते उसने अपहरण की वारदात को अंजाम दिया.
पुलिस पूछताछ में आसिफ ने बताया कि सिंघम, तेज और अपहरण जैसी फिल्म देखने के बाद आसिफ को अपरहण का आइडिया आया. फ़िलहाल पुलिस ने आरोपी आसिफ को गिरफ्तार कर बच्चे को उसके परिवार के हवाले कर दिया है.
बता दें कि बच्चे को खोजने के लिए परिवार वालों ने अमन कमेटी के मेंबर्स के साथ साथ स्थानिय लोगों की मदद भी ली. सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए पर बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला. उसके बाद बच्चे के पिता को अपहरणकर्ता का फोन आया और उसने 20 लाख रुपए की फिरौती की मांग की. उस दौरान आरोपी ने बच्चे की बात उसके पिता से भी कराई.
जिसके बाद बच्चे के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. हरकत में आई पुलिस ने बच्चे की खोज में कई टीमें तैनात की. पुलिस ने मोबाइल फोन को ट्रेस किया तो पता चला कि अपहरणकर्ता ने एक राहगीर से मोबाइल लेकर बात की जिसका लोकेशन दादरी का था. उसके बाद पुलिस टीम को दादरी में तैनात किया गया.