ऑनलाइन दिया 'गोवर्धन शिला' को बेचने का विज्ञापन, फूटा लोगों का गुस्सा
लिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि करोड़ों हिंदुओं की आस्ता का प्रतीक गिरिराज पर्वत की शिलाओं को तोड़कर ऑनलाइन बेचा जा रहा है.
लखनऊ: ऑनलाइन शॉपिंग के समय में सबकुछ बिकाऊ है. कई बार अजीबो-गरीब चीजें बिकने के लिए डाल दी जाती हैं. इसके साथ ही कई बार भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली वस्तुएं भी शॉपिंग की लिस्ट में डाली हुई होती हैं. ऐसा ही एक मामला मथुरा से जुड़ा सामने आया है. बताया जा रहा है कि यहां से 'गोवर्धन शिला' बेची जा रही थी.
स्थानीय लोगों में इसे लेकर बहुत ही नाराजगी है. पुलिस को भी जब सूचना मिली तो अधिकारियों को होश उड़ गए. अब पुलिस ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कर ली है. पुलिस ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि करोड़ों हिंदुओं की आस्ता का प्रतीक गिरिराज पर्वत की शिलाओं को तोड़कर बेचा जा रहा है.
आश्चर्य़ की बात है कि इस संबंध में एक विज्ञापन भी जारी किया गया है. एक बड़ी रीटेल ऑनलाइन वेबसाइट पर इस संबंध में जानकारी पोस्ट की गई थी. इसे 'गोवर्धन शिला' के नाम से बेचा जा रहा है. साथ ही इसकी कीमत भी कम नहीं है. एक शिला की कीमत पांच हजार 175 रुपए रखी गई है. साथ ही इसकी एक तस्वीर भी लगाई गई है.
जब यह खबर फैली तो स्थानील लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया. संतों ने तो थाने का घेराव किया और आस्था के साथ खिलवाड़ का आरोप लगाया. वहां कंपनी के खिलाफ शिकायत दी गई और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी की गई. तर्क था कि गिरिराज पर्वत उनके इष्ट हैं और इसकी शिला को गिरिराज तलहटी से लेकर बाहर जाना धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ है.
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो वे भी हैरान रह गए. अधिकारियों का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी गई है. आखिर शिला यहां कौन और कैसे ले जाकर रख रहा है इसकी जांच भी हो रही है. दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन प्रशासन की ओर से दिया गया है. लोग सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर कड़ी टिप्पणी कर रहे हैं.
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