Mumbai Crime: बगैर सबूत के पुलिस ने सुलझाई स्लो पॉइज़निंग से हुई मौतों की मिस्ट्री, जानें पूरा मामला
Mumbai Murder: क्राइम ब्रांच के अनुसार, हितेश की वेब सर्च हिस्ट्री से पता चला कि वो जुलाई 2022 से विभिन्न डीलरों से आर्सेनिक-थैलियम खरीद रहा था. उसने 105 बार आर्सेनिक व 156 बार थैलियम सर्च किया था.
Mumbai Murder: बांद्रा क्राइम ब्रांच ने 45 वर्षीय कारोबारी कमलकांत शाह की हत्या में शामिल उनकी 46 वर्षीय पत्नी काजल शाह और उसके 45 वर्षीय बॉयफ्रेंड हितेश जैन को दिसंबर, 2022 में गिरफ्तार किया था. इस मामले में बीते सोमवार को कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में दोनों पर कमलकांत की 72 वर्षीय मां सरला देवी की हत्या का भी आरोप लगाया गया है.
क्राइम ब्रांच ने दो हत्याओं में दो अलग एफआईआर ना दर्ज करके कमलकांत हत्या की एफआईआर में ही सरला देवी की हत्या मामले को जोड़ दिया है. क्राइम ब्रांच का आरोप है कि दोनों को आर्सेनिक और थैलियम केमिकल देकर मारा गया था.
क्राइम ब्रांच के पास सबूतों का अभाव
क्राइम ब्रांच मृतक कुक के बयान, वेब सर्च हिस्ट्री, आर्सेनिक और थैलियम के ऑनलाइन खरीद ऑर्डर पर भरोसा कर रही है, क्योंकि उसके पास पुख्ता सबूत का अभाव था. पुलिस ने कहा कि यह सब साबित करता है कि कविता उर्फ काजल शाह और उसके बॉयफ्रेंड हितेश जैन ने उसकी सास सरला देवी को भी जहर दिया था. इसके बाद काजल और हितेश ने कमलकांत की भी उसी तरह हत्या कर दी. पिछले साल एक महीने के अंतर पर कमलकांत और उनकी मां सरला देवी शाह का निधन हो गया था.
वेब सर्च हिस्ट्री से मिली जानकारी
क्राइम ब्रांच यूनिट 9 के अनुसार, हितेश की वेब सर्च हिस्ट्री से पता चला कि वो जुलाई 2022 से विभिन्न डीलरों से आर्सेनिक और थैलियम खरीद रहा था. उसने 105 बार आर्सेनिक और 156 थैलियम भी सर्च किया था. पुलिस ने कहा कि वह जहर खरीदने के लिए 20 जुलाई को व्हाट्सएप के माध्यम से डीलरों के संपर्क में था और इसलिए यह स्पष्ट रूप से पुष्टि करता है कि दोनों ने सरला देवी को जहर दिया था, क्योंकि अगस्त में उनकी मृत्यु हो गई थी.
उधर, क्राइम ब्रांच ने सरला देवी मौत मामले में सबूत जुटाने के लिए काफी गहराई से जांच पड़ताल की, क्योंकि कमलकांत के मामले के विपरीत कोई ठोस सबूत नहीं मिले. पुलिस के पास एक मेटल ब्लड टेस्ट रिपोर्ट, एक ऑटोप्सी रिपोर्ट और फोरेंसिक रिपोर्ट है, जो आर्सेनिक और थैलियम के हाई लेवल के कारण उसकी मृत्यु की पुष्टि करती है. वहीं, सरला देवी पर ऐसा कोई टेस्ट या ऑटोप्सी नहीं किया गया था.
देखें साल 2022 का पूरा घटनाक्रम
7 जुलाई को 01:44 बजे- हितेश जैन ने इंडियामार्ट पर थैलियम का ऑर्डर दिया.
18 जुलाई को रात 11:35 बजे- हितेश जैन ने इंडियामार्ट पर आर्सेनिक का ऑर्डर दिया.
20 जुलाई को 12:05 बजे- हितेश जैन ने भुगतान किया और थैलियम खरीदा.
22 जुलाई को हितेश जैन ने राहुल चंदन से आर्सेनिक खरीदा.
25 जुलाई को हितेश जैन ने अपने घर पर आर्सेनिक की डिलीवरी ली, फिर दोनों जहरीले केमिकल काजल को दे दिए.
29 जुलाई को कमलकांत की मां सरला देवी शाह को पेट में दर्द हुआ और उल्टी होने लगी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया.
13 अगस्त को सरला देवी का अस्पताल में निधन हो गया.
24 अगस्त को कमलकांत को पेट में दर्द हुआ और उल्टी होने लगी.
27 अगस्त को कमलकांत को क्रिटिकेयर अस्पताल में भर्ती कराया गया.
3 सितंबर को कमलकांत को बॉम्बे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया.
16 सितंबर को बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉक्टरों को ब्लड टेस्ट रिपोर्ट मिली, जिसमें आर्सेनिक की मात्रा अधिक पाई गई.
19 सितंबर को डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि कमलकांत के पास कुछ ही घंटे हैं और उसी रात 10:40 बजे उनका निधन हो गया.
20 सितंबर को काजल ने अपने पति के पोस्टमार्टम का विरोध किया.
20-23 सितंबर को काजल ने कमलकांत की संदिग्ध मौत पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का विरोध किया.
23 सितंबर को काजल की हेवी मेटल टेस्ट रिपोर्ट में उसके खून में थैलियम के अवशेष मिले.
24 सितंबर को कमलकांत के परिवार ने जांच के लिए सांताक्रूज पुलिस थाने में आवेदन दिया. इस बारे में पता चलने पर काजल बचे हुए थैलियम को खा जाती है.
ये भी पढ़ें- Mumbai Murder: पत्नी ने स्लो पॉइजन देकर पति को उतारा मौत के घाट, पढ़िए साजिश से अंजाम तक की पूरी कहानी