नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने 15 अक्तूबर से छात्र नजीब अहमद के रहस्यमय तरीके से लापता होने के संबंध में सुराग के लिए जेएनयू कैंपस में अपनी सघन तलाश पूरी कर ली और नजीब के रूममेट मोहम्मद कासिम की कल झूठ पकड़ने वाली मशीन से जांच कराएगी.


पुलिस ने अब तक छह लोगों को नोटिस दिया है जिसमें नजीब के परिवार के सदस्यों के अलावा वे छात्र भी हैं जिनसे नजीब के लापता होने के पहले रात को छात्रावास में कथित तौर पर हाथापाई हुयी थी . पुलिस की तरफ से दिल्ली सरकार के वरिष्ठ स्थायी वकील राहुल मेहरा ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया कि चार छात्र जिन पर नजीब की पिटाई करने का संदेह है, उनके लापता होने और ठिकाने के बारे में सुराग के लिए लाई-डिटेक्टर जांच करायी जाएगी.


अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने छह लोगों को नोटिस दिया है और उनकी सहमति के बाद हम जांच कराएंगे. कासिम ने अपनी सहमति दे दी है और उसकी लाई डिटेक्टर जांच करायी जाएगी. ’’ उन्होंने कहा कि कई छात्र छुट्टी पर अपने-अपने घर चले गए हैं जिससे जांच में बाधा आ रही है.


बहरहाल, खोजी कुत्तों और 600 से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने जेएनयू परिसर को खंगाला लेकिन लापता छात्र के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका. डीसीपी (क्राइम ब्रांच) जी राम गोपाल नायक की निगरानी में पुलिस टीम ने मंगलवार को नौ बजे सुबह तलाश शुरू की और दिन में तीन बजे यह संपन्न हुआ.


तलाश कल शुरू की गयी थी और 60-70 प्रतिशत हिस्से को खंगाला गया बाकी परिसर में छानबीन की गयी.