लखनऊ : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से ही कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के तमाम दावे किए जा रहे हैं. योगी ने कई मौकों पर पुलिस अधिकारियों को लताड़ लगाई है और कहा है कि वे खुद 'नजर' रखेंगे. लेकिन, लगता है यूपी के अपराधियों को कानून-व्यवस्था का कोई डर नहीं है. यही कारण है कि संगीन अपराध की घटनाओं को सरेआम अंजाम दिया जा रहा है. कहीं आपसी रंजिश में हत्याएं हो रही हैं तो कहीं लूटमार में....


घटना 1.


कानपुर के सजेती गांव में बदमाशों ने पूर्व प्रधान की दिन दहाड़े हत्या कर दी. जब पूर्व प्रधान सिराजुद्दीन मंसूरी अस्पताल में भर्ती अपनी बच्ची को देखकर लौट रहे थे तो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. उनका शव खेतों में मिला. पुलिस इसे आपसी रंजिश का मामला बता रही है.



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उनकी जेब में लगभग 5 हजार रुपये मिले हैं और गाड़ी भी मौके पर खड़ी मिली


पुलिस का कहना है कि 'मृतक को तीन से चार गोली मारी गई हैं. कोई रंजिश का मामला लग रहा है. क्योंकि उनकी जेब में लगभग 5 हजार रुपये मिले हैं और गाड़ी भी मौके पर खड़ी मिली है. जिससे साफ़ है कि लूट के बाद हत्या नहीं की गयी है. फ़िलहाल जाच की जा रही है जल्द ही हत्या का खुलासा किया जायेगा.


घटना 2.


दूसरी तरफ कन्नौज में कोतवाली से कुछ ही मीटर की दूरी पर दिनदहाड़े एक दलित युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई. घटना कन्नौज के काजी टोला मोहल्ला की है. हत्या दो भाइयों के बीच बंटवारे को लेकर हुई. एक पक्ष ने दबंगई दिखाने के लिए पहले हवाई फायर किये, फिर सामने खड़े मजदूरों पर फायर कर दिया.



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शहर में तनाव देखते हुए कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गयी है


हत्याकांड के बाद कन्नौज शहर में तनाव देखते हुए कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गयी है. हैरान कर देने वाली बात यह थी कि जहां वारदात को अंजाम दिया गया वहां से सदर कोतवाली चंद मीटर की दुरी पर थी. साथ ही सिर्फ दबंगई दिखाने के चक्कर में एक शख्स की जान चली गई.