नई दिल्ली: फेक न्यूज़ और दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने के आरोप में कर्नाटक की बेंगलुरू पुलिस ने पोस्टकार्ड न्यूज़ वेबपोर्टल के को-फाउंडर और एडिटर महेश विक्रम हेगड़े को गिरफ्तार किया है. महेश की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी ने सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधा है.


पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर महेश विक्रम हेगड़े की रिहाई के लिए #ReleaseMaheshHegde हैशटैग से अभियान शुरू किया है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता अनंत हेगड़े ने ट्विट कर कहा, "सिद्धारमैया सरकार को शर्म आनी चाहिए जो महेश हेगड़े को गिरफ्तार कर तानाशाह जैसा बर्ताव कर रही है. बुजदिलों जैसे कदम उठाने की बजाए हमसे लोकतांत्रिक तरीके से लड़िए." बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने इसे कायराना हरकत करार दिया है.





वहीं कर्नाटक बीजेपी के महासचिव सीटी रवि ने ट्वीट कहा, "हिंदू विरोधी सिद्धारमैया ने लेखक भगवान को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जिन्होंने भगवान श्रीराम का अपमान किया? जिन्होंने वीर मादाकरी नायक का अपमान किया, वे अभी तक क्यों खुले घूम रहे हैं? क्या अभिव्यक्ति की आजादी आप लोगों के लिए ही है?"


महेश विक्रम हेगड़े पर क्या है आरोप
महेश विक्रम हेगड़े ने एक ट्विट किया था जिसमें उन्होंने कहा गया था कि एक जैन मुनि पर कथित तौर पर एक मुसलमान ने हमला किया. जबकि पुलिस के मुताबिक यह सड़क दुर्घटना थी. हेगड़े ने 19 मार्च को जैन मुनि उपाध्याय मयंक सागर जी महाराज के फोटो के साथ किये गये ट्विट में कहा था, ''दुखद खबर, कल कर्नाटक में जैन मुनि पर मुस्लिम युवक ने हमला कर दिया. कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है.'' इस ट्विट को पोस्ट कार्ड न्यूज़ के हैंडल से भी ट्विट किया गया.


इसके बाद Alt News ने दावा किया था कि महेश विक्रम हेगड़े झूठी खबर फैला रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने जांच में पाया कि जैन मुनि कनकपुरा में एक सड़क हादसे में घायल हो गए थे. पिछले साल दिसंबर में पुलिस ने संज्ञान लेते हुए पोस्ट कार्ड न्यूज के खिलाफ विजयनगर थाने में केस दर्ज किया था. पोस्ट कार्ड न्यूज़ पर पहले भी दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप लगता रहा है. खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद ट्विटर पर हेगड़े को फॉलो करते हैं.