डेरे में जवान साधुओं को साध्वियों से दूर रखने के लिए नपुंसक बनाता था राम रहीम
डेरे में नपुंसक बनाने का सिलसिला साल 1999 में तब शुरू हुआ जब राम रहीम को लगा कि जवान साधु-साध्वियां एक दूसरे के क़रीब आने लगे हैं.
नई दिल्ली: जेल में बंद राम रहीम से जुड़ी एक चौंकाने वाली बात सामने आई है. छह साधुओं के बयान ने राम रहीम की नपुंसक फौज का खुलासा किया है. सीबीआई की चार्जशीट में कहा गया है कि राम रहीम साधुओं को साध्वियों से दूर रखने के लिए नपुंसक बनाता था. वह साधुओं की इच्छा के खिलाफ उन्हें नपुंसक बनाता था. राम रहीम उन्हें अपनी गुफा के आसपास रखता था. डेरे में नपुंसक बनाने का सिलसिला साल 1999 में तब शुरू हुआ जब राम रहीम को लगा कि जवान साधु-साध्वियां एक दूसरे के करीब आने लगे हैं.
ये भी बात सामने आई है कि कुछ साधुओं ने नपुंसक बनने से मना किया तो राम रहीम ने ज़बरदस्ती भी की. साधु लोग राम रहीम की गुफा तक भी जाते थे इसलिए उनका साध्वियों से मेल जोल चिंता का विषय बन गया था. बलजिंदर सिंह नाम के एक साधु को साध्वियों को गन्ना देते हुए राम रहीम के एक सुरक्षाकर्मी ने देख लिया. यहीं से डेरे में नपुंसक बनाने का ऑपरेशन शुरू हुआ.
नपुंसक बनाने से पहले राम रहीम ख़ुद भक्तों के पास जाता था और जो मना करता उससे जबरदस्ती भी होती थी. नपुंसक बनाने के बाद साधुओं को साध्वियों के हॉस्टल की सुरक्षा पर लगाया जाता था. इतना ही नहीं नपुंसक साधुओं के नाम जमीन खरीद कर डेरे को तोहफे के रूप में लौटा दी जाती थी. पंचकुला की विशेष अदालत में राम रहीम, डॉक्टर महेन्द्र पाल और डॉक्टर पंकज गर्ग के खिलाफ 127 साधुओं को जबरदस्ती नपुंसक बनाने को लेकर 12 फरवरी को सुनवाई होगी.