नई दिल्लीः दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में रिंकू शर्मा की हत्या के मामले की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है. दिल्ली पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के लिए शनिवार को एक फोरेंसिक टीम भी मंगोलपुरी में घटनास्थल पर भेजी थी. दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने क्राइम ब्रांच को जल्द से जल्द मामले की छानबीन करने का आदेश दिया है. रिंकू शर्मा की बुधवार 10 फरवरी को चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के नाम नसरुद्दीन उर्फ लाली, इस्लाम, जाहिद उर्फ चिंगु, ताजुद्दीन उर्फ ताजू और मेहताब हैं.


बिजनेस को लेकर था विवाद 



दिल्ली पुलिस का इस पूरे मामले को लेकर कहना है कि दोनों पक्षों में बिजनेस को लेकर विवाद चल रहा था. दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल के अनुसार, "शुरुआती जांच में पता चला है कि, रिंकू और आरोपियों के बीच एक पुराने होटल बिजनेस बंद होने को लेकर जन्मदिन पार्टी में झगड़ा हुआ था. घाटा होने के चलते ये बिजनेस बंद हो गया था. झगड़े के बाद आरोपी वहां से चले गए. बाद में सभी आरोपी रिंकू के घर पहुंचे और चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी." उन्होंने कहा कि, "हम हर एंगल से इस घटना की जांच कर रहे हैं." पुलिस ने कहा कि, वो सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


क्या है परिवार का कहना 


जानकारी के अनुसार मृतक रिंकू बीजेपी के युवा मोर्चा का कार्यकर्ता था. रिंकू के परिवार के लोगों के अनुसार काफी समय से पड़ोस में रहने वाले नसीरूद्दीन नाम के युवक से धार्मिक टिपण्णी को लेकर विवाद होता रहता था, जिसको लेकर दोनों परिवार के बीच आपसी मतभेद रहते थे. परिवार का आरोप है कि रिंकू की हत्या इसलिए की गई  क्योंकि वो इलाके में 'जय श्री राम' के नारे लगाता था.


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