(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
देश के कई राज्यों में बच्चा चोरी की अफवाहें जोरों पर, बेकाबू भीड़ कर रही है निर्दोषों की पिटाई, पुलिस जारी कर रही है चेतावनी
देश में बच्चा चोरी की अफवाहें तेजी से फैल रही हैं और सिर्फ यूपी ही नहीं बल्कि कई राज्यों में इसका असर देखा जा रहा है. इसके चलते भीड़ कई निर्दोषों की पिटाई भी कर चुकी है और अब परेशान पुलिस इसको लेकर एलान करा रही है कि बेगुनाहों को मारने वालों को सजा दी जाएगी.
नई दिल्लीः देश के कई राज्यों से बच्चा चोरी की खबरें या अफवाहें जोर पकड़ रही हैं. बिहार से लेकर यूपी के कई शहरों में लोग कानून अपने हाथ में ले रहे हैं और बच्चा चोरी की अफवाहों या खबरों के बाद महिलाओं और युवकों को बच्चा चोर होने के शक में पीट रहे हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश में पुलिस ने बाकायदा इस बात का एलान भी किया कि कुछ लोग बच्चा चोरी की अफवाह फैला रहे हैं. ये सब गलत है, ऐसा कुछ नहीं हो रहा है. किसी भी अफवाह पर कानून अपने हाथ में न लें, यदि संशय होता है तो थाना चौकी पुलिस को सूचित करें लेकिन इस अपील का असर होता दिख नहीं रहा और बच्चा चोरों की शक में लोगों की पिटाई का सिलसिला जारी है.
उत्तर प्रदेश में बच्चे चोरी की घटनाओं के बाद बेकाबू होती भीड़ से सख्ती से निपटने के आदेश दिए गए हैं. एडीजी कानून व्यवस्था ने इस मामले में सभी जिला कप्तानों को साफ निर्देश दिया है कि अफवाह फैलाकर शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाए. एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी रामशास्त्री ने माना कि प्रदेश में कहीं भी बच्चे चोरी की घटनाएं नहीं हुई है, कुछ शरारती तत्वों ने साजिशन राह गुजरते व्यक्ति या मानसिक विक्षिप्त को बच्चा चोर बताकर भीड़ को बेकाबू किया है. ऐसे में सभी जिलों को सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं.
गाजियाबाद गाजियाबाद में आज फिर एक औरत और युवक की बच्चा चोर के शक में पिटाई कर दी गई. मामला थाना ट्रोनिका सिटी का है. बीते कल भी एक महिला की पिटाई कर दी गयी थी. हालांकि पुलिस ने आज इसको लेकर मुनादी भी कराई है.
फतेहपुर उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के खेसहन गांव में बच्चा चोरी की अफवाह फ़ैलाने वाले 15 लोगों को पुलिस अरेस्ट कर पूछताछ में जुटी हुई हैं. वहीं फतेहपुर के एसपी रमेश कुमार ने बताया कि आज सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम खेसहन गांव मोबाइल एम्बुलेंस से गई हुई थी तभी बच्चा चोरी की अफवाह फैला दी गई जिसके बाद पुलिस टीम पर पथराव किया गया. इसमें दरोगा सहित एक सिपाही घायल हो गया है और एक पत्रकार कवरेज के दौरान घायल हो गया था, मुकदमा दर्ज कर 15 लोगो को अरेस्ट किया गया है और वीडियो फुटेज के आधार पर लोगो को चिन्हित किया जा रहा है. सभी की अरेस्टिंग की जाएगी.
बुलंदशहर प्रदेश भर में हो रही बच्चा चोरी की अफवाहों और निर्दोषों को बच्चा चोर बताकर भीड़ तंत्र द्वारा पीटकर लहूलुहान करने की घटनाओं ने पुलिस-प्रशासन को सकते में डाल दिया है. इससे बचने के लिए अब बुलन्दशहर के एसएसपी ने जहां जनपद में आठ लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर 6 पीटने वालों को जेल भेजा है, वहीं शहरों, कस्बों व गांवों में मुनादी कराकर लोगों से बच्चा चोरी की अफवाहों में आकर किसी निर्दोष को न पीटने और पीटने पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी जा रही है.
मेरठ मेरठ में बच्चा चोरी की लगातार फैल रही अफवाहों के चलते निर्दोष लोगों की पिटाई के आधा दर्जन मामले सामने आ चुके हैं. इन मामलों में मेरठ पुलिस अब तक 26 लोगों को जेल भेज चुकी है. ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो इसके लिए मेरठ पुलिस ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों के साथ बैठक करके ग्रामीणों को ऐसी अफवाहों से बचने की सलाह दे रही है. वही मेरठ के शहरी क्षेत्रों में भी लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट के द्वारा लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि अगर ऐसी किसी अफवाह के चलते वह किसी को पीटते हैं तो उनको जेल जाना भी पड़ सकता है. मेरठ की सड़कों पर लाउडस्पीकर के द्वारा अनाउंसमेंट करके लोगों को समझाया जा रहा है कि इस तरह की अफवाहों से लोगों को बचना चाहिए. अगर नहीं मानेंगे तो सिर्फ जेल मिलेगी और बेल नहीं होगी.
जोधपुर जोधपुर शहर में बच्चा चोर गैंग की अफवाहें जोरों पर है. आम लोगों में अपने बच्चों को लेकर डर, खौफ और इतना गुस्सा है कि वह शक होने पर अनजान व्यक्ति को घेर कर पीटना शुरू कर देते हैं. इस तरह के वीडियो लगातार सामने आ रहे हैं. आज जोधपुर में भीतरी क्षेत्र बकरामंडी में दो युवकों को बच्चा चोर समझकर क्षेत्रवासियों ने मार-मार कर अधमरा कर दिया. इसके बाद दोनों संदिग्धों को पुलिस थाने लाया गया जहां पर पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि दोनों ही भिखारी हैं जो भीख मांग कर अपना पेट भरते हैं इन दोनों की शक्ल सूरत से क्षेत्रवासियों को लगा कि यह बच्चा चोर गैंग के सदस्य हैं और इलाके से बच्चा चोरी कर ले जायेंगे. पीड़ितों ने बताया कि उनसे कुछ लोगों ने पूछताछ की और इस बीच कुछ लोगों ने मारपीट शुरू कर दी.
ऊधमसिंहनगर ऊधमसिंहनगर जिले के किच्छा क्षेत्र में बच्चा चोर गिरोह का सदस्य होने के शक में दर्जनों लोगों ने एक युवक की बंधक बनाकर पिटाई कर दी. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बंधक बनाए गए युवक को अपने हिरासत में ले लिया. देर रात्रि हुई घटना का वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है. युवक को पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने की सूचना पर युवक के परिजन भी कोतवाली पहुंच गए और युवक को मानसिक रूप से कमजोर बताते हुए इलाज के दस्तावेज पुलिस को दिखाये. फिलहाल पुलिस ने पकड़े गए युवक को परिजनों के सुपुर्द करते हुए परिजनों की तहरीर पर मारपीट करने वाले दर्जनों अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली है जिससे स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया है.
जानकारी के अनुसार देर पुरानी गल्ला मंडी क्षेत्र में एक युवक को स्थानीय लोगों ने बच्चा चोर गिरोह का सदस्य बताते हुए पकड़ लिया. कुछ ही देर में दर्जनों लोगों का जमावड़ा मौके पर लग गया और उन्होंने पूछताछ करते हुए पकड़े गए युवक की जमकर पिटाई की. घटना की सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों के चंगुल से बमुश्किल छुड़ाते हुए युवक को हिरासत में ले लिया. इस दौरान स्थानीय लोगों ने आरोपी युवक से तमाम सवाल पूछे, परंतु युवक ने कोई जवाब नहीं दिया. युवक को पकड़े जाने तथा उसके साथ मारपीट का वीडियो वायरल होने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. वीडियो वायरल होने के बाद युवक के परिजन कोतवाली पहुंचे और उन्होंने पकड़े गए युवक का नाम शाकिर खान पुत्र मुन्ने खान बताया.
परिजनों के अनुसार शाकिर खान दिमागी रूप से कमजोर है और करीब 6 साल से उसका बरेली के निजी अस्पताल से उपचार चल रहा है. उन्होंने शाकिर के बच्चा चोर गिरोह के सदस्य होने की घटना से साफ इनकार किया. परिजनों ने बताया कि गत कई दिनों से शाकिर लापता चल रहा था और परिजनों द्वारा उसकी गुमशुदगी दर्ज कराते हुए पैंफलेट चस्पा कर उसकी तलाश की जा रही थी. दिमागी रूप से कमजोर शाकिर के परिजनों द्वारा दस्तावेज दिखाए जाने के बाद कोतवाली पुलिस ने शाकिर को परिजनों के सुपुर्द कर दिया. शाकिर के पिता मुन्ने खां ने अज्ञात लोगों के खिलाफ शाकिर से मारपीट किए जाने का आरोप लगाते हुए कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्यवाही किए जाने की गुहार लगाई है. फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर घटना की जांच शुरू कर दी है.
दरअसल पुलिस और प्रशासन के सामने आए अब तक के ज्यादातर मामलों में भीड़ के हाथ कोई भी ऐसा शख्स नहीं लगा है जो वाकई बच्चा चोर हो. ये सिर्फ सोशल मीडिया और एक दूसरे के मुंह से सुनी सुनाई बात के आधार पर फैली अफवाह है जिसके आधार पर लोगों को सतर्क जरूर हो जाना चाहिए.