लखनऊ/देहरादून : उत्तर प्रदेश के सहारपुर हिंसा मामले में फरार चल रहे भीम सेना के मुखिया चंद्रशेखर उर्फ रावण को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. चंद्रशेखर को हिमाचल के डलहौजी से गिरफ्तार किया गया है. यूपी पुलिस की विशेष टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर यह सफलता हासिल की है. चंद्रशेखर को अब सहारनपुर लाया जाएगा. पुलिस ने गर्ल फ़्रेंड की मदद से उसे पकड़ा है.
चंद्रशेखर उर्फ़ रावण के खिलाफ पुलिस ने गैर जमानती वारंट जारी किया था
हिंसा मामले में सुर्खियों में आयी भीम सेना के संस्थापक एडवोकेट चंद्रशेखर उर्फ़ रावण के खिलाफ पुलिस ने गैर जमानती वारंट जारी किया था. उसपर 12 हज़ार का इनाम भी घोषित किया गया था. हालांकि, चंद्रशेखर ने इंटरव्यू में एबीपी न्यूज को बताया था कि वह आत्मसमर्पण करेगा. लेकिन, बाद में वह फरार हो गया था.
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हिंसा के एक आरोपी प्रधान शिव कुमार को अरेस्ट कर लिया गया था
इससे पहरे सहारनपुर में 5 मई को शब्बीरपुर में हुई हिंसा के एक आरोपी प्रधान शिव कुमार को अरेस्ट कर लिया गया था. शिवकुमार की गिरफ्तारी हिंसा के बाद गठित एसआईटी(विशेष जांच दल) की टीम ने की थी. ग्राम प्रधान के साथ ही पुलिस ने 23 मई को थाना बड़गांव के चंदपुर में हुई हिंसा के तीन आरोपियों को भी पकड़ा था.
महाराणा प्रताप जयन्ती की शोभायात्रा को लेकर दो पक्ष आमने सामने
इन तीनों पर हिंसा फ़ैलाने और हत्या जैसे संगीन आरोप हैं. गौरतलब है कि शब्बीरपुर में 5 मई को उस वक्त हिंसा भड़क गई थी जब महाराणा प्रताप जयन्ती की शोभायात्रा को लेकर दो पक्ष आमने सामने आ गए थे. पिछले कुछ दिनों से जहां सहारनपुर हिंसा को लेकर सुर्खियों में था, तो वहीं राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की आमद भी पुलिस प्रशासन के लिए सिरदर्द बनी हुई थी.
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दो दर्जन मकानों समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था
इस हिंसा में दो दर्जन मकानों समेत कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था. हिंसा के दौरान राजपूत समुदाय के एक युवक की मौत भी हो गई थी. शब्बीरपुर की हिंसा के बाद नौ मई को सहारनपुर के रामनगर समेत आठ स्थानों पर बवाल हुआ था. रामनगर में पुलिस पर पथराव और फायरिंग के बाद उपद्रवियों ने 20 से ज़्यादा वाहनों को फूंक दिया था.
मायावती के कार्यक्रम के बाद हिंसक हमले ने माहौल एक बार फिर बिगाड़ दिया
23 मई को शब्बीरपुर में बसपा सुप्रीमो मायावती के कार्यक्रम के बाद वहां से लौट रहे बसपा कार्यकर्ताओं पर हुए हिंसक हमले ने माहौल एक बार फिर बिगाड़ दिया था. फायरिंग और धारदार हथियारों के हमले में एक युवक आशीष की की मौत हो गई थी. पुलिस ने इस घटना को अंजाम देने वाले लोकेश राजू और सोनू नाम के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था.
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ज़िले के डीएम और एसएसपी को भी सस्पेंड कर दिया गया था
माहौल बिगड़ता देख शासन ने लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह, एडीजी क़ानून व्यवस्था और आईजी एसटीएफ समेत कई आला अधिकारियों को सहारनपुर में हालात सामान्य होने तक कैंप करने के निर्देश दिए थे. यही नहीं ज़िले के डीएम और एसएसपी को भी सस्पेंड कर दिया गया था.