Sudhir Mann Arrested: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गिरोह के खूंखार शूटर सुधीर मान को गिरफ्तार किया है, जिस पर हत्या, डकैती और लूट के कई मामलों में शामिल होने का आरोप है. मान को राष्ट्रीय राजधानी से गिरफ्तार किया गया. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के मुताबिक, शूटर और कुख्यात गिरोह जेल में बंद गिरोह के सरगनाओं के निर्देश पर कारोबारियों और प्रापर्टी डीलरों को डराता था. स्पेशल सेल ने कहा कि मान छह जघन्य अपराधो में शामिल था.
पुलिस उपायुक्त (Special Cell) राजीव रंजन सिंह ने कहा कि 23 फरवरी को स्पेशल सेल में सूचना मिली कि लॉरेंस बिश्नोई का एक शूटर सुधीर मान दिल्ली और अन्य राज्यों में अपने गिरोह के लिए जबरन वसूली की गतिविधियों में शामिल है. मुखबिर ने आगे बताया कि सुधीर मान रंगदारी के लिए अन्य कारोबारियों को धमकाने के लिए नजफगढ़/उत्तम नगर दिल्ली जाता था. सूचना पर कार्रवाई करते हुए तत्काल एक टीम का गठन किया गया जिसने मित्रांऊ गांव में मुख्य नजफगढ़-ढांसा रोड पर जाल बिछाया और आरोपी सुधीर मान को पकड़ लिया.
पुलिस ने इन लोगों को किया था गिरफ्तार
स्पेशल सेल ने राजस्थान, नीमच (मध्य प्रदेश), दिल्ली और हरियाणा के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों से कुछ ही समय में सभी 5 शूटरों, 1 मुखबिर, 1 हथियार सप्लायर और 5 साजिश रचने वालों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके गिरोह से भारी मात्रा में अवैध हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है. अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने यह भी खुलासा किया कि सचिन भांजा और नरेश सेठी ने जेल से उससे संपर्क किया और व्यवसायी को पैसे ऐंठने के लिए धमकाने को कहा ताकि भविष्य में कोई व्यवसायी उन्हें चुनौती देने की हिम्मत न करे.
कुछ दिन पहले ही दी थी धमकी
महज कुछ दिन पहले 18 फरवरी को आरोपी मान अपने साथियों के साथ उक्त रियल एस्टेट फर्म के ऑफिस में गया और वहां मालिक नहीं मिलने पर दोनों ने वहां मौजूद कर्मचारी को बंदूक की नोक पर अपनी ओर से रंगदारी मांगने की धमकी दी. मान के संक्षिप्त आपराधिक इतिहास को साझा करते हुए, डीसीपी ने कहा कि आरोपी हरियाणा के झज्जर जिले का है और मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वह तुड़ा मंडी, नजफगढ़, दिल्ली में एक अखाड़े में शामिल हो गया और लगभग 3 साल तक कुश्ती का अभ्यास किया.
गोल्डी बराड़ इन शूटर्स को देता है सुरक्षा
2021 में मान और उसके साथियों ने नजफगढ़ के झरोदा कलां के एक सुपरमार्केट में एक कारोबारी को गोली मारने की योजना बनाई थी. इस व्यवसायी पर गोली चलाने की योजना उसके वीओआईपी संचार के माध्यम से तत्कालीन मोस्ट वांटेड गैंगस्टर वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा उर्फ टाइगर और संदीप झांझरिया उर्फ काला जठेड़ी के साथ की गई थी. उनके गिरोह के मोस्ट वांटेड सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ के माध्यम से इस संचार को आगे बढ़ाया गया ताकि उनके शूटरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.