गुरुग्राम : देश की राजधानी से सटे गुरुग्राम के मानेसर में हुई खौफनाक घटना में एक और दिल दहला देने वाली सच्चाई सामने आई है. पुलिस ने बताया है कि पांच घंटे तक सामूहिक दुष्कर्म झेलने के बाद महिला अपने नौ माह की बच्ची का शव लेकर मेट्रो से अपने मां-बाप के घर पहुंची थी. इस बीच पीड़िता से मिलकर पुलिस हत्यारों का स्केच बनवा रही है.


नौ माह की बच्ची के साथ मां-बाप के घर जाने के लिए निकली थी


गौरतलब है कि महिला घटना की रात अपनी नौ माह की बच्ची के साथ मां-बाप के घर जाने के लिए निकली थी. इसी बीच एक ऑटो ने उसे लिफ्ट दी. फिर ऑटो में बैठे तीन लोगों ने उससे छेड़खानी शुरू कर दी और इसी बीच उनमें से एक ने मासूम बच्ची को सड़क पर पटक दिया जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद पांच घंटों तक उसे हवस का शिकार बनाया जाता रहा.


यह भी पढ़ें : गुरुग्राम : मासूम की हत्या कर पांच घंटे तक हवस का तांडव करने वाला एक दरिंदा गिरफ्तार



यह भी पढ़ें : यूपी : शातिर चोर ने पुलिस का सिर चकराया, होटल में बुक किए पांच कमरे, LCD लेकर फरार


इसके बाद वह मासूम का शव लेकर अपने मां-बाप के घर पहुंची


मानेसर में उसे छोड़ दिया गया. इसके बाद वह मासूम का शव लेकर अपने मां-बाप के घर पहुंची. इस पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं. क्योंकि, महिला के साथ हुई घटना को लेकर पहले दिन उन्होंने केस में धाराएं नहीं लगाईं. लेकिन, बाद में महिला की शिकायत पर सामूहिक दुष्कर्म का केस जोड़ा गया है.


पुलिस वारदात के इलाके की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है 


आरोपियों की पहचान के लिए पुलिस पीड़िता की मदद से स्केच बना रही है. साथ ही पुलिस वारदात के इलाके की सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है. इस मामले में सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि पूरी वारदात आईएमटी थाना के इर्द गिर्द ही हुई है. अब देखने वाली बात ये होगी कि इस मामले कथित कोताही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं.


यह भी पढ़ें : उज्जवल निकम की Z प्लस सुरक्षा में सेंध, ट्रेन यात्रा के दौरान चोरी हो गए दो फोन