Shraddha Murder Case Chargesheet: दिल्ली में हुए मशहूर श्रद्धा हत्याकांड को लेकर पुलिस की चार्जशीट सामने आ गई है. पुलिस चार्जशीट में बताया गया है कि कैसे आरोपी आफताब ने श्रद्धा को मौत के घाट उतारा और किस तरह उसके शरीर के कई टुकड़े कर दिए. चार्जशीट में आफताब के पूरे कबूलनामे को शामिल किया गया है. जिससे श्रद्धा हत्याकांड की पूरी कहानी पहली बार लोगों के सामने आई है. आइए इस चार्जशीट में शामिल 10 बड़ी बातें जानते हैं...
- दिल्ली पुलिस ने अपनी चार्जशीट में आफताब का जो कबूलनामा लिखा है उसमें आरोपी ने बताया है कि कई बातों को लेकर दोनों के बीच झगड़े होने लगे थे, जिसके बाद उसने श्रद्धा की हत्या का प्लान बनाया.
- आरोपी ने बताया कि एक दिन श्रद्धा झगड़े के बाद गाली गलोच करने लगी. जिसके बाद उसने श्रद्धा को पकड़कर फर्श पर गिरा लिया और उसकी छाती पर बैठकर अपने दोनों हाथों से कसकर उसका गला तब तक दबाये रखा जब तक वह मर नहीं गई.
- दिल्ली पुलिस को दिए कबूलनामे में आफताब ने बताया कि उसने पहले शव को बाथरूम में छिपाकर रख दिया. उसने तब सोचा कि बॉडी के टुकड़े कर एक बैग में भरेगा और कहीं फेंक देगा. इसके लिए उसने छतरपुर की एक दुकान से काटने के लिए हथियार खरीदे.
- आफताब ने अपने कबूलनामे में बताया कि बाद में उसने प्लान इसलिए बदल दिया क्योंकि बैग में भारी लाश लेकर जाने से वो पकड़ा जा सकता था, इसीलिए उसने बॉडी के कई सारे टुकड़े कर दिए. इसके बाद 25 हजार का एक फ्रिज खरीदा और इसमें श्रद्धा के शरीर के टुकड़े रख दिए.
- पूरे बाथरूम और घर में फैले खून को साफ करने के लिए आफताब ने ब्लिंकिट से बाथरूम साफ करने वाला सामान ऑर्डर किया. साथ ही बदबू दूर रखने के लिए ब्लीच का भी इस्तेमाल किया. उसने रात तक फैले हुए खून को पूरी तरह साफ कर दिया.
- आफताब ने बाद में ये प्लान बनाया कि वो बॉडी को छोटे टुकड़ों में काटकर जंगल में फेंक देगा. इसके बाद लाश को काटने का सिलसिला फिर से शुरू हुआ. आफताब ने हर बॉडी पार्ट को ठिकाने लगाने के लिए अपना दिमाग लगाया.
- आरोपी आफताब ने श्रद्धा की लाश के टुकड़ों को पेट्रोल से भी जलाया, इसके बाद उसने हड्डियों को ग्राइंडर में पीसकर उसके पाउडर को सड़क पर फेंक दिया था. ऐसा उसने कई हिस्सों के साथ किया. उसने इसके लिए मार्बल घिसने वाले ग्राइंडर का इस्तेमाल किया.
- पुलिस चार्जशीट में जो आफताब का कबूलनामा है उसमें आरोपी ने ये भी बताया है कि कैसे उसने श्रद्धा की आंतों को शरीर से निकालकर एक पॉलीथिन में कूड़ेदान में डाल दिया था. उसने हाथ की उंगलियों को भी अलग कर दिया था.
- आफताब ने बताया कि उसने श्रद्धा के सिर और उसके धड़ को आखिर तक फ्रिज में रखा. उसे पहचान होने का डर था. करीब तीन चार महीनों बाद उसके सिर और चेहरे को ब्लो टोर्च से जला दिया और बाल काटकर उसकी पहचान मिटाने के बाद उसके सिर, दोनों हथेली और धड़ के हिस्से को छत्तरपुर एन्क्लेव के जंगल में फेंक दिया.
- पुलिस चार्जशीट में आफताब के हवाले से बताया गया है कि उसने आखिर में श्रद्धा के बालों और कपड़ों को 60 फुटा रोड छतरपुर पहाड़ी के कोने पर रखे बड़े-बड़े कूड़ेदानों में डाल दिया. इसके बाद वो नॉर्मल जिंदगी जीने लगा.