नई दिल्ली: पिछले 2 दिनों से सड़कों पर सर्विस पिस्टल से गोली चलाकर लोगों का खून बहाने वाले दिल्ली पुलिस के एसआई संदीप दहिया को आखिरकार दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी बेहद नाटकीय अंदाज में की गई है, क्योंकि आज सुबह संदीप दहिया अपने बैचमेट व्हाट्सएप ग्रुप में एक मैसेज करता है, जिसे नाम देता है डाईंग डिक्लेरेशन. उसमें 15 पॉइंट लिख कर बताता है कि आखिर उसने यह खूनी खेल क्यों खेला? क्यों अपनी गर्लफ्रेंड और ससुर को गोली मारी और साथ ही वह लिखता है कि उसे तलाशने के लिए परेशान न हो. मैं सिंघु बॉर्डर पर हूं आ जाओ. सबको लगता है कि कहीं एसआई अपनी जान को कोई नुकसान न पहुंचा दे, लेकिन उसके कुछ ही देर बाद दिल्ली पुलिस की तरफ से ही यह सूचना आती है कि संदीप दहिया को नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार कर लिया है. संदीप दहिया के पास से सर्विस पिस्टल और कार बरामद कर ली गई है.


गिरफ्तारी पर सवाल
यहां सवाल उठता है कि जिस दहिया की तलाश आउटर नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के साथ-साथ हरियाणा पुलिस कर रही थी, उसे आखिरकार नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट का स्पेशल स्टाफ ही क्यों गिरफ्तार करता है? जबकि एसआई दहिया भी खुद नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट में ही लंबे समय से तैनात हैं? सूत्रों का कहना है कि कहीं न कहीं दहिया ने सरेंडर किया है, लेकिन नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी एन्टो अल्फोन्स इस बात को नकारते हैं. वह कहते हैं कि हमने दहिया को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ की जा रही है.


सवाल उठने के पीछे का कारण है व्हाट्सएप ग्रुप पर भेजा गया संदीप दहिया का कथित डाईंग डिक्लेरेशन. संदीप ने सुबह अपने बैचमेट व्हाट्सएप ग्रुप पर एक मैसेज भेजा. जो निम्नलिखित हैं:-


साथियों इसमें कोई लम्बा चौड़ा गणित लगाने की ज़रूरत नही है,और ना ही ये कोई मिस्ट्री है.


1. मेरा एक हंसता खेलता परिवार था, जिसको मेरे ससुर ने बर्बाद कर दिया, क्योंकि वो बेहद झूठा और लालची क़िस्म का आदमी था, जो अपनी छह औलाद में से 5 के घर बर्बाद चुका है.


2. मैंने अपना घर बसाने के लिए लगभग 4 साल तक प्रयास किया, लेकिन मेरी पत्नी राजेश कुमारी को मेरे ससुर ने अपने बहकावे में ले लिया और उसने मेरी आधी सैलरी लेने का अथाह प्रयास किया जो उसे नहीं मिली.


3. उसके बाद मेरे घरवालों ने प्लानिंग की कि हमारा एक ही बेटा है और हम उसकी फिर से शादी करेंगे, मैं भी अपने घरवालों की इस बात को लेकर सहमत हो गया.


4. उसके बाद मेरी लाइफ़ में नवंबर 2019 में एक लड़की आई, जो मुझे पागलों की तरह प्यार करने लगी, जिसमें मुझे अपना घर दिखने लग गया. वो मुझसे इतना प्यार करती थी, इतना प्यार करती थी, इतना प्यार मैंने Hollywood और wollywood मूवी में भी नहीं देखा.


5. उसके लिए मैंने सारी सोशल साइट बंद कर दी थी, क्योंकि उसको मेरा कोई भी फोटो एक भी महिला देखे पसंद नही था.


6. मेरी पत्नी राजेश कुमारी ना तो तलाक दे रही थी, ना आ रही थी, जब ये बात मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को बताई तो उसने चुपके चुपके शादी करने की सलाह दी.


7. मैंने सारी बातें अपने घरवालों को बताईं और उसने अपने घर पर बताईं, जो उसके घरवाले इस बात को लेकर नाराज़ हो गये कि हमारे इतने बुरे दिन आ गये क्या कि हम दो बच्चों के बाप से तेरी शादी करेंगे.


8. इसके बाद वह अपने दिमाग़ का मानसिक संतुलन खो बैठी और उल्टी सीधी हरकतें करने लगी, जैसे कि मेरे बेडरूम में सीसीटीवी लगवा कर अपने फोन से अटैच करना, मेरे फ़ोन को अपने फ़ोन से अटैच करना, सारा दिन मेरे साथ फ़ोन पर बिज़ी रहना.


9. वह मुझे 24 घंटे अपनी आंखों के सामने रखती थी, जिस दिन मेरी नाइट ड्यूटी होती, मुझे पूरी रात वीडियो कॉल पर रखती थी, मेरे फ़ोन में उसका नंबर baliyan (बलियां) के नाम से सेव है, मेरे फ़ोन का पासवर्ड 112233 है.


10. वह इस कदर परेशान हो गई थी कि उसको मेरी हर सांस की आहट चाहिए थी, जिसके लिए वो मेरे साथ सारा दिन फोन पर बिज़ी रहना चाहती थी, जो मेरे लिए मुमकिन नहीं था, क्योंकि थाने में थानेदार को बहुत काम होते हैं.


10. वह मेरी हर इनकमिंग और आउटगो गोइंग कॉल को या तो कॉन्फ्रेंस पर लेने लगी या हर कॉल का स्क्रीनशॉट मांगने लगी. और इस बात के गवाह थाने की PSI पूनम, SI गुरदीप कौर, SI मोनिका, SI मीनाक्षी, SI अनुपमा, ASI आशा हैं.


11. वह यह भी शर्त रखने लगी कि तुम्हारे पास किसी भी महिला का फ़ोन नहीं आना चाहिये और न ही तुम किसी महिला को फोन करोगे, चाहे वो स्टाफ हो, चाहे वो कंप्लेंट हो, चाहे वो जज हो, चाहे वो वकील हो, जो कि प्रोफेसन में ऐसा मुमकिन नहीं था.


12.अब बात करते हैं मेरे घर की और ख़ानदान की, इस पूरी कहानी में मेरी मम्मी-पापा का कोई दोष नहीं है, न ही मेरे रिश्तेदारों का कोई दोष है.


13. अब बात करते हैं मेरी ईगो की, मैं चाहूं तो पूरी उम्र फ़रारी काट सकता हूं और हिंदुस्तान की कोई भी पुलिस मुझे छू कर भी नहीं निकल सकती, लेकिन मैं कायरों वाला काम नही करना चाहता.


14. अब बात करते हैं मेरे शालीमार बाग वाले घर की, मुझे वहां पर तीन ही परिवार जानते हैं, माथुर साहब, ASI धरमबीर और प्रधान सुरेश नरवाल, जो क़ि तीनों परिवार मेरे लिए पूजनीय हैं.


15. वह इस कदर परेशान हो गयी थी क़ि फ्रस्ट्रेशन में आकर मुझसे झगड़ा करने लग गयी थी कि शालीमार बाग़ में हर रही सभी औरतों के साथ तुम्हारा चक्कर है और मैंने भी कुछ उल्टा सीधा खा कर, उसको शांत करने के लिए उसकी हां में हां मिलानी पड़ी.


15. अब बात करते हैं केस फाइल और कंप्लेंट्स की, मेरी सारी केस फ़ाइल मेरे कमरे में है. मॉरीस नगर की कुछ अनट्रेस फ़ाइल हैं, जो क़ि गेट के सामने वाले कमरे में रखी अलमारी के सबसे निचले ड्रॉर में हैं और उस अलमारी की चाबी मेरी गाड़ी की चाबी में है. मेरे लैप्टॉप का पासवर्ड asandy@123 है.


16. अब बात करते हैं, मुझे ढूंढने की, कोई नहीं स्टाफ़ को बहुत काम होता है, इसके लिए परेशान होने की कोई ज़रूरत नही है, सिंघु बॉर्डर आ जाओ और मुझे ले जाओ."


क्या मकसद हो सकता है इस कथित 'डाईंग डिक्लेरेशन' का
एसआई संदीप दहिया ने अपनी गिरफ्तारी से पहले एक इमोशनल कार्ड खेलने का भी प्रयास किया है. आज सुबह उसने अपने बैच के व्हाट्सएप ग्रुप पर एक लंबा चौड़ा मैसेज डाला. जिसका नाम दिया डाईंग डिक्लेरेशन, जो 16 पॉइंट्स का था. उसमें उसने उन सभी बातों का जिक्र किया जैसे शादी में चल रहे विवाद और गर्लफ्रेंड के जिंदगी में आने और फिर उस रिश्ते में खटास पड़ जाने का भी उल्लेख किया. उसने बताया कि वह 4 साल से कोशिश करता रहा कि शादी में चल रहे विवाद को सुलझाया जा सके, लेकिन इसमें सबसे बड़े विलेन थे, उसके ससुर, जो नहीं चाहते थे कि शादी का विवाद सुलझ सके.


बात गर्लफ्रेंड की जो नवंबर 2019 में जिंदगी में आती है. संदीप लिखता है कि उसकी गर्लफ्रेंड उसे इस कदर प्यार करती है, जो हॉलीवुड या फिर बॉलीवुड की मूवी में देखने को मिलता है, लेकिन धीरे-धीरे यह प्यार एक बंदिश में तब्दील होता चला जाता है. संदीप अपने मैसेज में लिखता है कि उसकी गर्लफ्रेंड उस पर कई तरह की बंदिशें लगाने लगती है. वह कहती है कि वह किसी भी अन्य लड़की या महिला से बात न करे, चाहे फिर वह लड़की या महिला कोई शिकायतकर्ता हो या फिर उसके सहयोगी. इन सभी बातों से वह आजिज आ जाता है और अपनी गर्लफ्रेंड को गोली मारने जैसा कदम उठाता है. इस पूरे मैसेज में कहीं न कहीं दहिया का प्रयास रहता है कि वह यह दिखा सके कि वह मानसिक तनाव में था और इस वजह से उसने यह कदम उठाया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि दिल्ली पुलिस आरोपी संदीप दहिया के खिलाफ किस तरीके से जांच करती है, उसे सजा दिलाती है या फिर महकमें की यारी निभाती है.


सामने आकर बयान देने से बचते रहे पुलिस के आला अधिकारी
एसआई संदीप दहिया की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली पुलिस का कोई भी आला अधिकारी ऑन कैमरा बात करने को तैयार नहीं है. नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के डीसीपी इस विषय पर कुछ भी कहने के लिए तैयार नहीं हैं. आला अधिकारियों का कहना है कि यह मामला महकमें की बदनामी करवाता है, यही वजह है कि कोई भी अधिकारी ऑन कैमरा बात नहीं करना चाहता.


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