Sidhu Moosewala: पंजाब की गोइंदवाल जेल में गैंगस्टर गुटों के बीच भारी संघर्ष में सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी दो कैदियों की रविवार (26 फरवरी) को मौत हो गई. मृतकों की पहचान बटाला के मनदीप सिंह उर्फ तूफान और बुढलाना के मनमोहन सिंह उर्फ मोहना के रूप में हुई है. बठिंडा के केशव के रूप में पहचाने जाने वाले एक अन्य कैदी को चोटें आई हैं और उसे अस्पताल ले जाया गया है. माना जा रहा है कि ये तीनों लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते थे. चर्चा ये भी है कि गोल्डी बराड़ के इशारे पर इस पूरे गैंगवॉर को अंजाम दिया गया. एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बराड़ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
बताया ये भी जा रहा है कि जेल में बंद आरोपियों ने थाली और प्लेटों को काटकर घातक हथियार बनाए थे. जिसके बाद बदमाशों ने थाली और प्लेटों से बनाए गए हथियार से हमला कर दिया. जानकारी के मुताबिक मनदीप सिंह तूफान की जेल में कैदियों के साथ किसी बात को लेकर झड़प हुई थी इसके बाद कैदियों ने उसे पीट-पीटकर मार डाला.
जानें कौन है गैंगस्टर गोल्डी बराड़
मुक्तसर साहिब का मूल निवासी गोल्डी बराड़ गैंग लीडर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी सहयोगी है, जिस पर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का भी आरोप है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक गोल्डी बराड़ का पूरा नाम सतविंदरजीत सिंह है. उसका जन्म 1994 में हुआ था और वह बीए ग्रेजुएट है. वह वर्तमान में कनाडा में रहता है और पंजाब में एक मॉड्यूल के माध्यम से वहां से दूर से काम करता है. बराड़ के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली और कई आपराधिक कार्यवाही के कई मामले लंबित हैं.
फरीदपुर की एक अदालत ने यूथ कांग्रेस नेता गुरलाल सिंह पहलवान की हत्या के सिलसिले में बराड़ के लिए ओपन-एंडेड गैर-जमानती गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया था. गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की पिछले साल चंडीगढ़ में एक डिस्क के बाहर हत्या कर दी गई थी. गुरलाल बिश्नोई का करीबी था. बिश्नोई के गिरोह ने कथित तौर पर युवा कांग्रेस नेता गुरलाल पहलवान की मौत का बदला लेने के लिए उसकी हत्या कर दी थी. इसके तुरंत बाद, वह कथित तौर पर 2021 में कनाडा भाग गया. बराड़ 2017 में छात्र वीजा पर कनाडा गया. जहां से वो भारत में तमाम तरह के अपराधों को अंजाम देता है.
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